Kejriwal’s Big Statement: दिल्ली के CM केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारे नेताओं को जेल में डाला जा रहा है। अच्छी शिक्षा देना हमारा कसूर है। फ्री बिजली हमारा कसूर है। आपको लगता है हमारे नेताओं को जेल में डालकर क्रश कर दोगे। AAP एक विचारधारा है। कल 12 बजे BJP हेडक्वार्टर आ रहा हूं। जितने AAP नेताओं को जेल में डालना है, डाल दो। हमारी पार्टी नहीं टूटेगी। इस दौरान उन्होंने स्वाति मालीवाल मामले पर कुछ भी नहीं बोला।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें सभी को उम्मीद थी कि वे स्वाति मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट पर कुछ बोलेंगे। लेकिन, उन्होंने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की और केवल बीजेपी को चुनौती देकर चले गए।
10 मई को काफी प्रयासों के बाद कथित शराब नीति घोटाले में अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक सशर्त रिहा किया गया था। इसके तुरंत बाद स्वाति मालीवाल के साथ हुई बदसलूकी के मामले ने नया विवाद खड़ा कर दिया। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल के पीए विभव कुमार के खिलाफ मारपीट की एफआईआर दर्ज कराई थी। संजय सिंह ने 14 मई को स्वीकार किया कि स्वाति के साथ जो हुआ, वह सही नहीं था।
संजय सिंह के इस बयान के बाद विपक्ष ने केजरीवाल पर हमला बोल दिया और महिला सांसद के साथ हुई बदसलूकी पर सवाल उठाने लगे। 15 मई को लखनऊ में केजरीवाल से इस बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने इस मामले पर टिप्पणी करने से परहेज किया। इसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके स्वाति के मामले में यू-टर्न लिया और सारा दोष बीजेपी पर मढ़ दिया। हालांकि, केजरीवाल अभी भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।
स्वाति मालीवाल ने अपनी एफआईआर में लिखा था कि सीएम केजरीवाल घर में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि वह ड्रॉइंग रूम में इंतजार कर रही थीं, जब विभव कुमार ने आकर गालियां दीं और बिना किसी उकसावे के थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। स्वाति ने बताया कि विभव ने उन्हें लगातार मारा, गंदी गालियां दीं और धमकियां दीं।
स्वाति ने कहा कि उन्होंने विभव से कहा कि वह पीरियड्स में हैं और बहुत दर्द में हैं, लेकिन वह नहीं रुका। अंततः स्वाति बाहर भागीं और पुलिस को फोन किया। इस मामले में विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज हो गई है। इस घटना ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और केजरीवाल की चुप्पी ने इसे और भी विवादास्पद बना दिया है।