आज, सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्राचीन रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित दशहरा उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और रावणदहन किया। उन्होंने देश और प्रदेशवासियों को अत्याचार पर सदाचार की विजय, अन्याय पर न्याय की विजय, असत्य पर सत्य की विजय, बुराई पर अच्छाई की विजय, पाप पर पुण्य की विजय के पावन प्रतीक पर्व विजयदशमी की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस त्योहार का सबसे बड़ा संदेश यह है कि अहंकार किसी का भी नहीं टिकता, लेकिन आजकल सत्ता में बैठे लोगों का अहंकार सातवें आसमान पर है।

हर वर्ग सरकार से परेशान है, इसलिए किसान, मजदूर, युवा, व्यापारी, कर्मचारी, और अन्य सभी वर्ग सरकार की अहंकारपूर्ण आचरण से तंग हैं। लोग प्रदेश में परिवर्तन के लिए तैयार हैं। इसलिए, यह स्पष्ट है कि अहंकार, अन्याय, और अत्याचार को हारना तय है, और सत्य, सदाचार, और न्याय ही जीतेंगे। उन्होंने दशहरे के माध्यम से यह अपील की कि सरकार के प्रतिष्ठान वाले लोग अपने अहंकार को छोड़कर जनता के दुखों को सहानुभूति से दूर करें और साथ में भाईचारे को बढ़ावा दें।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बताया कि प्रमुख रूप से किसान, मजदूर, युवा, व्यापारी और कर्मचारी देश के महत्वपूर्ण वर्ग हैं, जहां किसान दिन-रात मेहनत करके देश के हर नागरिक की आवश्यकताओं को पूरा करता है। उन्होंने यह भी बताया कि मजदूर के बिना, विकास संभव नहीं होता, चाहे वह सड़क, रेल मार्ग, हवाई अड्डा, या बड़ी-बड़ी इमारतों के निर्माण काम में हो। उन्होंने यह भी बताया कि हर नहर, बांध, और कारखाना के निर्माण में हर मजदूर का महत्वपूर्ण योगदान होता है और इसी कारण से देश आगे बढ़ता है।

इसी तरह, व्यापारी उत्पादन से लेकर आम उपभोक्ता तक हर व्यक्ति मेहनत करके उनके अवसरों को पूरा करने में लगा होता है। कर्मचारी सरकार के समान रूपी गाड़ी का वो पुर्जा है, जिसके बिना गाड़ी चल ही नहीं सकती। वही युवा प्रदेश का भविष्य है, लेकिन सरकार की गलत नीतियों से उनका भविष्य अंधकारमय हो रहा है। आज हर वर्ग सरकार की गलत नीतियों के कारण दुखी है और उनमें भारी रोष है। उनको कहा कि जब लंका नरेश रावण का अहंकार नहीं टिका, तो आज सत्ता में बैठे लोगों का भी टीका नहीं होगा।