सिरसा में दीपावली के पर्व पर पराली जलाने पर गांव मौजदीन में किसान बलदेव सिंह पर मामला दर्ज किया गया है। एग्रीकल्चर सुपरवाइजर के ब्यानों के आधार पर सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

पुलिस को दी शिकायत में कृषि विभाग के एग्रीकल्चर सुपरवाइजर हेमंत सिंह ने बताया कि हरसेक की सेटेलाइट इमेज से गांव मौजदीन में पराली जलाने की लोकेशन प्राप्त हुई थी। रविवार रात को आठ बजे के करीब जब लोकेशन पर जाकर देखा तो गांव मौजदीन निवासी बलदेव सिंह पुत्र किशन सिंह अपने खेत के अंदर धान की पराली में आग लगा रहा था।

इसकी सूचना सदर थाना पुलिस को दी। ऐसे में गांव मंगला में गश्त कर रहे पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने एग्रीकल्चर सुपरवाइजर के ब्यानों के आधार पर किसान बलदेव सिंह पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।

पुलिस ने बताया कि आरोपी बलदेव सिंह के खिलाफ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 188, 278 और 285 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दीपावली के अवसर पर पराली जलाने की घटनाएं आम होती हैं। इससे वायु प्रदूषण बढ़ता है और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। सरकार ने पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी इस समस्या को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सका है।

किसानों को चाहिए कि वे पराली को जलाने के बजाय इसे खेतों में ही मिट्टी में मिला दें या इसे खाद के रूप में इस्तेमाल करें। इससे न केवल वायु प्रदूषण कम होगा, बल्कि खेतों की उर्वरता भी बढ़ेगी।