पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुई हिंसा को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार जारी है। विपक्षी पार्टियों ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाया है। वहीं टीएमसी ने भी भाजपा पर पलटवार करते हुए इलाके में अशांति फैलाने का आरोप लगाया है। इसी बीच भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने सीएम ममता बनर्जी पर इस मामले में चुप्पी बनाए रखने का आरोप लगाया है।
लॉकेट चटर्जी ने सीएम ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी ने इस मामले में अबतक एक भी बयान नहीं दिया है। शाहजहां शेख अभी भी फरार है। पुलिस उन्हें ढूंढ भी नहीं पा रही है। उन्हें (टीएमसी) 30 फीसदी वोट चाहिए। हमने पाकिस्तान में महिलाओं पर अत्याचार के बारे में सुना था। अब यही चीज बंगाल में देखने को मिल रहा है और ममता बनर्जी इसपर चुप है। वह कह रही हैं कि ये सब आरएसएस कर रहा है।”
टीएमसी ने भाजपा के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, “भाजपा इलाके में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है। शाहजहां शेख एक आपराधी है और पुलिस उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी। ममता बनर्जी हमेशा महिलाओं की सुरक्षा के लिए खड़ी रही हैं और भाजपा का यह आरोप राजनीतिक है।”
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष ** रेखा शर्मा** ने संदेशखाली का दौरा किया और पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की। टीएमसी ने एनसीडब्ल्यू के दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह राजनीतिक है। टीएमसी ने कहा कि एनसीडब्ल्यू ने उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा का दौरा क्यों नहीं किया?
संदेशखाली हिंसा ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक घमासान मचा दिया है। विपक्षी पार्टियां टीएमसी सरकार पर हमलावर हैं और सीएम ममता बनर्जी से सख्त कार्रवाई की मांग कर रही हैं।