अंबाला के पिलखनी से साहनेवाल तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसीसीआईएल) पर मालगाड़ियों का संचालन मंगलवार से शुरू हो गया। 58 कोच की मालगाड़ी ने 42 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 175 किलोमीटर का सफर मात्र चार घंटे में पूरा कर लिया।

डीएफसीसीआईएल के मुख्य महाप्रबंधक पंकज गुप्ता ने बताया कि यह डीएफसीसीआईएल और रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे अब मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन भी बाधित नहीं होगा।

उन्होंने बताया कि इस सेक्शन पर मालगाड़ी के संचालन में पहले छह से अधिक घंटे का समय लगता था। लेकिन अब इस सेक्शन पर मालगाड़ियों को अधिकतम 42 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा सकता है। इससे मालगाड़ियों का परिवहन समय में काफी कमी आएगी।

डीएफसीसीआईएल ने इस सेक्शन पर विशेष प्रशिक्षित स्टाफ को रखा है। इसमें ट्रेन चालक, गार्ड व अन्य 200 से अधिक कर्मचारी शामिल हैं जो पूरे रेल सेक्शन की निगरानी कर रहे हैं ताकि कहीं कोई भी दुर्घटना न हो।

पंकज गुप्ता ने बताया कि डीएफसीसीआईएल की योजना है कि जल्द ही इस सेक्शन पर मालगाड़ियों की गति को बढ़ाकर 60 किमी प्रति घंटे किया जाएगा। इससे मालगाड़ियों का परिवहन समय में और भी अधिक कमी आएगी।

इससे पहले, डीएफसीसीआईएल ने शंभू से साहनेवाल तक के सेक्शन पर मालगाड़ियों का संचालन शुरू कर दिया था।