अम्बाला में पंजाबी समाज पर सभी की नजर, जल्द मीटिंग कर ले सकते हैं बड़ा निर्णय।

 पिछले दिनों कार्यक्रम करके किया था बड़ा ऐलान, सोशल मीडिया पर भी जमकर उठी थी आवाज़

अम्बाला सिटी विधानसभा में पंजाबी समाज पर सभी की नजर है। अभी के मन में एक ही सवाल है कि इस बार पंजाबी समाज किसका साथ देगा। इसको लेकर जल्द ही पंजाबी समाज एक मीटिंग बुला सकता है। सोशल मिडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो में पंजाबी समाज के कुछ सम्मानित व्यक्ति कह रहे हैं कि वे जल्द ही समाज की बैठक बुलाएंगे। इस बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि इस बार के चुनाव में समाज किसका साथ देगा।

दरअसल, पंजाबी समाज ने पिछले दिनों अम्बाला के पंचायत भवन में कार्यक्रम किया था। इस कार्यक्रम में पंजाबी समाज ने ऐलान किया था कि जो भी पार्टी पंजाबी समाज से किसी व्यक्ति को टिकट देगी, पूरा समाज उसी को समर्थन देगी। कार्यक्रम के दौरान पंजाबी समाज के लोगों ने कहा था कि जब से हरियाणा बना है अम्बाला सिटी विधानसभा से अब तक किसी पंजाबी को टिकट नहीं दी गई। यह पंजाबी समाज की तोहिन है। पंजाबी समाज ने अपना हक़ मांग रहा था और कहा था कि इस बार पंजाबी समाज के बारे में पार्टियाँ सोचें और समाज से किसी शिक्षित और सामाजिक युवा को टिकट दें।

पंजाबी समाज से एक ही उम्मीदवार मैदान में :

अम्बाला सिटी से पंजाबी समाज की मांग के बावजूद भाजपा या कांग्रेस ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। भाजपा ने असीम गोयल और कांग्रेस ने निर्मल सिंह को उम्मीदवार बनाया। लेकिन आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) और जननायक जनता पार्टी के गठबंधन ने पंजाबी समज की इस मांग को गंभीरता से लिया। गठबंधन ने पंजाबी समाज से आने वाले समाजसेवी पारूल नागपाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनके मैदान में आने के बाद पंजाबी समाज में अंदरूनी चर्चाएं शुरू हो गई हैं सब पारूल नागपाल का साथ देने के लिए तैयार हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही पंजाबी समाज की मीटिंग होगी और उसमें कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

सोशल मीडिया पर तेज़ी से चल फैला था मैसेज :

पंजाबी समाज के कार्यक्रम के बाद सोशल मीडिया पर भी मुहिम चली थी और एक मैसेज तेज़ी से वायरल हुआ था। इस मैसेज में लिखा था – जरा सोचो एक समाज की 85 हज़ार से ज़्यादा वोट लेकिन अम्बाला सिटी विधानसभा से कोई बड़ी राजनीतिक पार्टी पंजाबी समाज को टिकट नहीं देती। क्या पंजाबी समाज केवल वोट लेने के लिए है। आज तक शहर में पंजाबी समाज की एक भी धर्मशाला नहीं। वोट लेकर विधायक और मंत्री तो बन जाते हैं लेकिन पंजाबी समाज के लिए कोई कुछ नहीं करता। इसलिए अब नहीं जागे तो आपको पार्टियाँ इसी तरह प्रयोग करती रहेंगी। अपनी आवाज़ उठाओ और एक सुर में पंजाबी समाज का हक़ मांगो। जो पार्टी पंजाबी समाज से किसी को टिकट दे आप भी इस बार उसी का साथ दी। नहीं तो इस बार अपने समाज से सर्वसम्मति से किसी एक को निर्दलीय खड़ा करो और दिखा दो अपनी ताक़त।