कुरुक्षेत्र के प्रो. अनुराग गौड़ ने ईजाद किया नया उपकरण, पेटेंट भी मिला

नई दिल्ली, 17 जनवरी 2024: अब वाहन हो या मोबाइल, बीच रास्ते में जल्द बैटरी खत्म होने का झंझट खत्म होने जा रहा है। बैटरी की जगह इसमें नया उपकरण लगाया जा सकेगा, जो न केवल वाहन व मोबाइल को अधिक ताकत देगा बल्कि इसकी आयु भी सामान्य बैटरी की अपेक्षा अधिक होगी।

एनआईटी कुरुक्षेत्र के पूर्व प्रो. अनुराग गौड़ ने सुपर कैपेसिटर नाम का यह उपकरण ईजाद किया है, जिसके प्रयोग किए जाने के बाद सामान्य बैटरी की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। प्रो. अनुराग के इस शोध को पेटेंट भी मिल गया है, जिससे एनआईटी परिसर में भी खुशी की लहर है। वर्तमान में वह नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली में सेवाएं दे रहे हैं।

सुपर कैपेसिटर के फायदे

  • यह बैटरी से दो गुणा ज्यादा गति से कार्य करेगा यानी कि डबल बैटरी का काम देगा।
  • इसकी लाइफ भी बैटरी से ज्यादा होगी। अगर बैटरी का जीवन चार से पांच साल तक है तो ये उपकरण 15 साल तक कार्य करेगा।
  • इसका ऊर्जा एवं शक्ति घनत्व भी ज्यादा है, जिससे तीव्र गति से चार्ज करने में सहायता होती है।
  • यह बैटरी से सस्ता होगा, क्योंकि बैटरी में लिथियम धातु का प्रयोग होता है जो कि महंगा होता है।
  • जेल इलेक्ट्रोलाइट के प्रयोग से सुपर कैपेसिटर उपकरण को लचीला बनाया गया है, जिससे इसको कोई भी रूप दिया जा सकता है।

प्रो. अनुराग गौड़ का कहना है कि, चार साल की मेहनत से इस कार्य को पूरा किया गया है और हाल ही में इसका पेटेंट हुआ है।

अभी और सुधार के साथ बाजार में उतारने की तैयारी

प्रो. अनुराग गौर ने बताया कि सुपर कैपेसिटर उपकरण में ऊर्जा की स्टोरेज इलेक्ट्रो स्टैटिक्स और इलेक्ट्रोकेमिकल के माध्यम से की जाती है, जिस कारण इसकी लाइफ सामान्य बैटरी से अधिक होती है। उन्होंने बताया कि इसमें और सुधार के साथ जल्द बाजार में उतारा जाएगा। करीब एक साल बाद लोग इसका प्रयोग कर सकेंगे।

सुपर कैपेसिटर के आने से, मोबाइल, वाहन, इलेक्ट्रिक उपकरण, सौर ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में क्रांति आने की संभावना है। यह उपकरण ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।