भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष पद पर बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह की जीत के विरोध में अपना पद्मश्री अवार्ड लौटा दिया है।

पूनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में कहा कि महिला पहलवानों के साथ हुए अपमान के बाद वह ऐसी सम्मानित जिंदगी नहीं जी पाएंगे, इसलिए वह अपना सम्मान लौटा रहे हैं।

पूनिया ने अपने पत्र में लिखा कि जनवरी में महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। सरकार ने उस समय ठोस कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अप्रैल में पहलवानों ने फिर से आंदोलन किया और कोर्ट में जाकर बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। इस दौरान कई महिला पहलवानों पर दबाव डाला गया और उन्हें अपने आरोप वापस लेने के लिए मजबूर किया गया।

पूनिया ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने भी उन्हें आश्वासन दिया था कि महिला पहलवानों के लिए न्याय होगा और बृजभूषण को कुश्ती संघ से बाहर किया जाएगा। लेकिन हाल ही में हुए चुनाव में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को अध्यक्ष चुना गया है।

पूनिया ने कहा कि यह चुनाव महिला पहलवानों के साथ किए गए अपमान का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि वह अब इस सम्मान के बोझ तले नहीं जी सकते।

पूनिया को 12 मार्च 2019 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।