Haryana News: आज हम आपको हरियाणा के एक ऐसे युवा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने मधुमक्खी पालन से करोड़ों का व्यापार खड़ा कर दिया है। इस युवा ने किसानों को अपने साथ जोड़कर सामुदायिक खेती को भी बढ़ावा दिया है। हम बात कर रहे हैं झज्जर के गांव मलिकपुर के रहने वाले प्रभात फौगाट की।
नेशनल यूथ अवार्ड से भी सम्मानित
आपको बता दें कि प्रभात मधुमक्खी पालन से लगभग 10 तरह का स्वादिष्ठ और स्वास्थ्यवर्धक शहद तैयार कर रहे हैं। साथ ही शहद को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, रिटेल, खादी स्टोर और प्रदर्शनियों के माध्यम से बेचकर सालाना करोड़ों रुपये भी कमा रहे हैं। प्रभात की उपलब्धियों को देखते हुए भारत सरकार ने जनवरी 2024 में नेशनल यूथ अवार्ड से भी सम्मानित किया है।
फिलहाल, प्रभात बहादुरगढ़ की एचएल सिटी में चल रहे हस्तशिल्प मेले में अपना शहद लेकर आए हैं. जहां लोग शहद को काफी पसंद भी कर रहे हैं और जमकर खरीदारी भी कर रहे हैं।
प्रभात फोगाट झज्जर जिले के मलिकपुर गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता जगपाल फोगाट टीचर हैं और छोटे स्केल पर मधुमक्खी पालन करते थे। पिता को देखते हुए प्रभात ने एमएससी कृषि विज्ञान में की और अपना विषय बी कीपिंग ही चुना।
10 प्रकार के फ्लेवर का बनता हैं शहद
प्रभात फिलहाल, बी कीपिंग पर PHD भी कर रहे हैं। प्रभात ने बताया कि वो सरसों, सीसम, जामुन और लीची सहित 10 प्रकार के फ्लेवर का शहद तैयार करते हैं। इसके लिए वो मधुमक्खी पालन के बॉक्स उसी तरह के फूल और फलों के पौधों के पास रखते हैं, जिस फ्लेवर का शहद तैयार करना होता है।
इसके लिए राजस्थान, यूपी, हिमाचल और जम्मू सहित हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में ग्रुप के साथ मिलकर बॉक्स लगाए गए हैं। बॉक्स से इकठ्ठा शहद को झज्जर के प्रोसैसिंग प्लांट में लाकर पैक किया जाता है और फिर उसे शहद को ई कॉमर्स साईट जैसे एमेजन, फ्लिपकार्ट और अपनी खुद की वेबसाइट से बेचते हैं। प्रभात खेती से दूर हो रहे युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं जो खेती से जुड़कर सालाना करोड़ों का कारोबार कर रहे हैं।