झज्जर की एक युवती की हत्या को आत्महत्या दिखाने का आरोप लगाया गया है। परिजनों का कहना है कि युवती की हत्या कर शव को 20 किलोमीटर दूर सिंहपुरा के पास रेलवे लाइन के ऊपर एएसआई मामा के थाना क्षेत्र में फेंक दिया गया।
मंगलवार रात 9 बजे, सिंहपुरा गांव के पास रेलवे लाइन पर 18 साल की युवती का शव मिला। जीआरपी ने शव को आत्महत्या या हादसा मानकर पीजीआई के डेड हाउस में रखवा दिया। बुधवार को परिजन पहुंचे और आरोप लगाया कि जीआरपी मामले को दबा रही है। परिजनों का कहना है कि दो युवक युवती को परेशान कर रहे थे। उनका आरोप है कि युवती का अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के बाद शव को फेंक दिया गया।
परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। आईजी कार्यालय के बाहर तीन घंटे तक धरना दिया। जीआरपी ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर परिजनों को दिखाया। दोपहर बाद तीन बजे के बाद परिजन शव लेने को तैयार हुए।
एएसआई राकेश ने कहा कि वह आरोपी का मामा नहीं है और दूर की रिश्तेदारी है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच से खुद को हटा लिया है।
शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। जांच अधिकारी बदल दिया गया है।