हरियाणा में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अशोक तंवर शनिवार को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
तंवर के इस्तीफा देने के बाद उनके समर्थकों ने भी आम आदमी पार्टी छोड़ दी थी। शुक्रवार को अलग-अलग जिलों में कुछ लोगों ने पार्टी से इस्तीफा दिया। इन समर्थकों को तंवर ने ही पार्टी में शामिल करवाया था। इस्तीफा देने वालों में विंग के पदाधिकारी शामिल हैं।
तंवर ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि वह इस गठबंधन के साथ नहीं रह सकते हैं।
भाजपा में शामिल होने के बाद तंवर ने कहा कि वह पार्टी के साथ मिलकर हरियाणा के विकास के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही पार्टी के साथ मिलकर आगे की योजना बनाएंगे।
तंवर के भाजपा में शामिल होने से हरियाणा की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। भाजपा इस चुनाव में अशोक तंवर को सिरसा या लोकसभा से चुनाव में उतार सकती है। दोनों ही सुरक्षित सीटें हैं। इसलिए दोनों में से किसी एक सीट पर उनके लिए विचार किया जा सकता है।
तंवर के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों को ही झटका लगा है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में गठबंधन किया है। तंवर के भाजपा में शामिल होने से इस गठबंधन पर सवाल उठने लगे हैं।