Haryana News: हरियाणा में अब आयुष्मान और चिरायु कार्ड के लाभार्थियों को इलाज की फ्री सुविधाएं नहीं मिलेगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने हरियाणा सरकार को एक ज्ञापन सौंपते हुए इस बात की घोषणा की है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत राज्य के 575 निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं लेने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ने वाली है।

IMA ने सरकार को सौंपे पत्र में साफ लिखा

IMA ने आयुष्मान भारत के सीईओ को पत्र लिखकर 300 करोड़ रुपये की बकाया राशि तुरंत जारी करने की मांग की है। आईएमए ने हरियाणा सरकार को सौंपे पत्र में साफ लिखा है कि शनिवार 16 मार्च से सभी निजी अस्पताल आयुष्मान और चिरायु कार्ड की सेवाएं बंद कर रहे हैं।

आईएमए अध्यक्ष डॉ. अजय महाजन ने आयुष्मान भारत के सीईओ को लिखे पत्र में कहा है कि इससे पहले 29 फरवरी को भी उन्होंने पत्र लिखकर समस्या से अवगत कराया था लेकिन अब तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। इसको लेकर आयुष्मान योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में विरोध हो रहा है। एसोसिएशन 30 मार्च तक स्थिति की समीक्षा करेगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आईएम का आरोप है कि सरकार ने मरीजों का इलाज करने के बाद पैसे का भुगतान नहीं किया है. आईएमए ने पिछले महीने सरकार को बकाया बिल का भुगतान न करने पर निजी अस्पतालों का इलाज बंद करने का अल्टीमेटम दिया था।

आईएमए का आरोप है कि बिना किसी ठोस कारण के मनमाने तरीके से बिल काटे जाते हैं। भारत सरकार ने नवंबर 2021 में अस्पतालों में विभिन्न पैकेजों की कीमतें बढ़ा दी थीं, लेकिन हरियाणा सरकार ने इसे अभी तक लागू नहीं किया है।

आईएमए हरियाणा के प्रिंसिपल डॉ. अजय महाजन एवं आयुष्मान समिति अध्यक्ष डाॅ. सुरेश अरोड़ा ने कहा कि आयुष्मान से जुड़ी समस्याओं को लेकर हरियाणा के डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल संबंधित अधिकारियों से मिला था। मैंने कई बार CM से बात की है। मुख्यमंत्री के आदेश के काफी समय बाद भी संबंधित अधिकारी कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं करते है।

तीन करोड़ रुपये के बिलों का नहीं हुआ भुगतान

आईएमए ने दावा किया कि सरकार के साथ हुए समझौते के मुताबिक निजी अस्पतालों को उक्त योजना के तहत मरीजों का इलाज करने के 15 दिन बाद बिल का भुगतान करना है, लेकिन तीन साल से भुगतान नहीं किया जा रहा है. फरीदाबाद जिले में 3 करोड़ रुपये से ज्यादा के बिल फंसे हुए हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बार-बार बैठक के बावजूद बिल पास नहीं हो पा रहे हैं। संबंधित अस्पतालों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसका असर अस्पताल संचालन पर पड़ रहा है। उधर, जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मामला शासन स्तर पर है। इस बारे में जिला स्तर पर कुछ नहीं कहा जा सकता।

IMA की चिंता

  • मंजूरी मिलने के बाद भी बिना किसी औचित्य या सुनवाई के भुगतान करते समय 50 से 90 प्रतिशत पैसा काट लिया जाता है।
  • पारित प्रकरणों की कटौती बिना उचित कारण के न की जाये।
  • हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना 2018 में शुरू की गई थी। पिछले छह वर्षों में इनकी दरों में बदलाव नहीं किया गया है। इसके बजाय, उन्होंने कुछ पैकेज दरें कम कर दीं।

1 करोड़ 3 लाख से अधिक आयुष्मान-चिरायु कार्ड जारी

अब तक कुल 1 करोड़ 3 लाख से अधिक आयुष्मान-चिरायु कार्ड जारी किए जा चुके हैं। 74,33,548 चिरियु कार्ड और 28 लाख 89 हजार आयुष्मान कार्ड हैं। आयुष्मान-चिरायु हरियाणा योजना के तहत राज्य में लगभग 9 लाख मरीजों के इलाज के लिए 1130 करोड़ रुपये से अधिक के दावों का भुगतान किया गया है।