Haryana: हरियाणा के करनाल रिंग रोड परियोजना से न केवल जिले में यातायात सुधार होगा, बल्कि यहां के विकास कार्य भी एक नई ऊंचाई को छुएगा। यह परियोजना आसपास के क्षेत्रों के लिए विकास के नए रास्ते खोलेगी।
लगभग 35 किमी लंबी यह रिंग रोड 23 गांवों को जोड़ेगी। इस परियोजना पर 1,700 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारें आधा-आधा हिस्सा वहन करेंगी।
केंद्रीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं से की मुलाकात
परियोजना का शिलान्यास करने के बाद नितिन गडकरी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की और डॉ. मंगलसेन सभागार में बैठक की।
इससे साफ पता चलता है कि सरकार का ध्यान न सिर्फ बड़ी परियोजनाओं पर है, बल्कि वह जनता और कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करने में भी दिलचस्पी रखती है।
बता दें कि 20 जून, 2023 को उन्होंने करनाल में एक विशाल रिंग रोड परियोजना की आधारशिला रखी, जिससे न केवल क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
यातायात का दबाव होगा कम
यह रिंग रोड न केवल जिले के लिए बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए भी वरदान साबित होगी। इससे जीटी रोड पर यातायात का दबाव कम होगा और यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी।
इन 23 गांवों को मिलेगा रिंग रोड लाभ
यह रिंग रोड 23 गांवों से होकर गुजरेगा। पूरा गांव इस सड़क के शुरू होने का इंतजार कर रहा है। इन गांवों में नीलोखेड़ ब्लॉक के शामगढ़, दादूपर, झांझरी, कुराली, दर्द, सलारू, टपराना, दनियालपुर और नेवल और करनाल के कुंजपुरा, सुभरी, छापराखेड़ा, सुहाना, शेखपुरा, रांवर, गंजोगढ़ी, बरोटा, कुटेल और ऊंचा समाना और घरौंडा शामिल हैं। इसमें खरकाली, झिमराहेड़ी, समालखा और बिजना समेत 23 गांव शामिल हैं।