जिन किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा के लिए पंजीकरण नहीं किया था, उनके लिए एक खुशी की खबर समाने आई है। मेरी फसल मेरा ब्यौरा के पंजीकरण के लिए अब एक बार फिर पांचवीं बार आखरी तारीख बढ़ाई गई है। कृषि विभाग के अधिकारी अब पंजीकरण बढ़ाने के लिए घर-घर दस्तक दे रहे हैं और किसानों को इस बारे में प्रोत्साहित कर रहे हैं।
आपको बता दें कि सरकार व जिला प्रशासन भी विभाग को बार-बार 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का निर्देश जारी कर रहा है। सरकारी आदेशों के बाद अब कृषि विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की टीम ने किसानों के घर-घर जाकर दस्तक देनी शुरू कर दी है और पंजीकरण के कार्य में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अब ये निर्धारित की आखरी तारीख
फिलहाल पंजीकरण के लिए 31 जनवरी अंतिम तिथि निर्धारित की है। जिले में करीब 58 प्रतिशत कृषि योग्य एकड़ भूमि में खड़ी रबी की फसलों का ही पंजीकरण हो पाया है। जबकि बवानीखेड़ा खंड में अभी तक 50 प्रतिशत पंजीकरण का कार्य ही पूर्ण हो पाया है।
जिले में कृषि योग्य करीब 6 लाख 94 हजार 876 एकड़ कृषि योग्य भूमि है। अभी तक 4 लाख 4 हजार 151 एकड़ में हुई रबी फसलों का ही पंजीकरण हो पाया है। बवानीखेड़ा में 81 हजार 867 एकड़ कृषि योग्य भूमि है। अभी तक 40 हजार 409 एकड़ भूमि में उगी फसलों का पंजीकरण हो पाया है।
सभी किसानों को रबी की फसलों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पार्टल पर पंजीकरण आवश्यक है। बिना फसलों के पंजीकरण के किसानों को किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि 31 जनवरी तक रबी की फसलों का पंजीकरण अवश्य ही करवाएं। उन्होंने कहा कि पंजीकरण के कार्य में तेजी लाई जा रही है।