Haryana Weather : हरियाणा में नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण बदलते मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। बीते दिन यानी शनिवार को दोपहर के बाद रोहतक सहित पांच जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। वहीं आज सुबह भी कई जिलों में जमकर बारिश हुई। इससे मंडियों में खुले में पड़ा लाखों टन गेहूं और सरसों भीग गई।

मौसम विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक आज यानी रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग ने दो दिन तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना जताई है।

वहीं खेत में खड़ी फसल और मंडी में रखी फसल के खराब होने का डर भी किसानों को सता रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से हरियाणा में 13 रात से 15 तक मौसम में बदलाव के साथ दो पश्चिमी विक्षोभ के चलते वर्षा की संभावना जताई थी।

प्रदेश के सिरसा, भिवानी, पानीपत, झज्जर, रोहतक जिलों में हल्की वर्षा हुई है। गेहूं की फसल पर दाना बना हुआ है। हवा चलने से फसल की बाली नीचे गिरने का डर बना हुआ है। वहीं प्रदेश की मंडियों में सरसों और गेहूं की आवक पीक पर है, लेकिन ढीला उठान किसानों के लिए मुसीबत बना है।

अब मंडियों में लाखों टन गेहूं और सरसों खुले में पड़े होने के बावजूद अव्यवस्था फैली है। शनिवार दोपहर को हुई वर्षा से सरसों, गेहूं को भारी नुकसान हुआ है।

अनाजमंडी में वर्षा से बचाव के लिए तिरपाल इत्यादि के फिलहाल कोई विशेष इंतजाम नहीं किए गए थे। वर्षा होने पर किसान अपने स्तर पर अन्न को बचाने के लिए तिरपाल लेकर दौड़े। मंडी के कवर्ड शेड भी हजारों टन अनाज भरा है।

करीब दो लाख टन ही सरसों उठान हुई

मंडियों व खरीद केंद्रों पर तेजी से सरसों की आवक हो रही है। मंडियों में अभी तक छह लाख 60 हजार टन सरसों पहुंच चुकी है, जिसमें पांच लाख 15 हजार टन की खरीद हुई है।

अभी तक करीब दो लाख टन ही सरसों उठान हुई है। किसानों का आरोप है कि अगर खरीद कर ली जाती तो कम से कम वर्षा होने की चिंता तो नहीं सताती।

मौसम विभाग की रिपोर्ट एक अनुसार प्रदेश के यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद जिलों में ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं इसके साथ चरखी दादरी, भिवानी, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, फरीदाबाद, पलवल, महेंद्रगढ़, करनाल, कैथल, अंबाला, पंचकूला जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।