Haryana : हरियाणा सरकार द्वारा चलाई गई विधवा पेंशन योजना का लाभ प्रदेश की लाखों महिलाएं उठा रही है। लेकिन प्रदेश से एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला सुहागिन होते हुए विधवा पेंशन ले रही थी। जी हां… मिली जानकारी के अनुसार एक दलाल ने महिला को अपने झांसे में फंसाकर उसकी विधवा पेंशन लगवा दी।
आपको बता दें कि दलाल ने महिला को लाडली योजना के तहत पेंशन बनवाने का झांसा दिया था। लेकिन उसकी विधावा पेंशन बनवा दी। पति जिंदा होते हुए उसका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के सहारे एक महिला पेंशन ले रही थी।
यह मामला हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के समक्ष आया। उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। लेकिन सवाल यह है कि नगर निगम से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बन कैसे गया। इसमें एक दलाल की भूमिका सामने आई है।
डेढ़ साल तक किया शारीरिक शोषण
उसने इस तरह का प्रमाण पत्र बनाने की एवज में महिला का डेढ़ साल तक शारीरिक शोषण भी किया था। हालांकि यह भी सामने आया है कि महिला को यह नहीं पता था कि उसे विधवा की पेंशन मिल रही है।
दलाल है मुख्य आरोपित
इस मामले में दलाल मुख्य आरोपित है। उसने महिला की लाडली योजना के तहत पेंशन बनवाने का झांसा दिया था। लेकिन उसने उसकी विधवा पेंशन बनवा दी। इसके लिए शवदाह गृह की फर्जी रसीद और फिर नगर निगम से उसके पति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा दिया।
हालांकि यह जांच का विषय है कि इसमें नगर निगम कर्मचारियों की कितनी भूमिका है। इसी प्रमाण पत्र के बाद महिला की विधवा पेंशन शुरू हो गई थी।
दलाल की नजर महिला की बेटियों पर
पीड़ित महिला ने आयोग के समक्ष बताया कि लाडली योजना के तहत पेंशन बनवानी थी, लेकिन उसकी विधवा की पेंशन बना दी गई थी। दावा है कि महिला को इसका पता नहीं लग सका था।
रेनू भाटिया ने बताया कि जिस दलाल के जरिये महिला ने पेंशन बनवाई गई थी, उसी ने महिला को ब्लैकमेल करते हुए जबरन शारीरिक संबंध बनाए थे। दलाल की नजर अब महिला की बेटी पर थी। इसका विरोध महिला ने किया तो दोनों के बीच अनबन हो गई।
ऐसे खुली पोल
इसके बाद दलाल ने महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी की यह महिला विधवा पेंशन ले रही है जबकि उसका पति जिंदा है। इसके बाद यह भेद खुला। आयोग की चेयरपर्सन ने अंदेशा जाहिर किया है कि इस तरह के और भी मामले हो सकते हैं।
गहनता से जांच कराने की जरूरत है। उन्होंने बेटियों से अपील की है कि यदि किसी भी तरह से इस तरह से शोषण हो रहा है तो वह महिला आयोग के पास बिना डर के आएं। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई कराई जाएगी।