Haryana Students News: विदेश से MBBS करने वाले छात्रों को हरियाणा मेडिकल काउंसिल ने तगड़ा झटका दिया है। डिग्री लेकर विदेश से लौटे छात्रों को अब भारत में 2 से 3 साल की इंटर्नशिप करनी होगी। इसके बाद ही उन्हें डॉक्टर का दर्जा मिलेगा।
अब ऑफलाइन प्रैक्टिकल्स या क्लीनिकल ट्रेनिंग की जगह ऑनलाइन क्लासेज करके हासिल किए गए सर्टिफिकेट को स्वीकार नहीं किया जाएगा। नेशनल मेडिकल कमीशन के इस आदेश को हरियाणा में लागू कर दिया गया है।
भारत में पढ़ने वाले इंडियन मेडिकल ग्रेजुएट्स (आइएमजी) को फौरन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (एफएमजीइ) की परीक्षा नहीं देनी होती। उनकी इंटर्नशिप का पीरियड सिर्फ एक साल का होता है। इंटर्नशिप पूरी करने के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए भारत में पढ़े छात्रों और विदेश में पढ़े छात्रों की फीस का अंतर भी एक मुद्दा है।