Haryana Roadways : वायु प्रदूषण से निपटने के लिए हरियाणा रोडवेज विभा ने व्यापक पैमाने पर कार्ययोजना बनाई है। इसके तहत रोडवेज बेड़े में इलेक्ट्रिक, सीएनजी और बीएस-VI डीजल आधारित बसें शामिल की जाएंगी। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता प्रबंधन को लेकर केंद्रीय कैबिनेट सचिव द्वारा बुलाई गई बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि गुरुग्राम और फरीदाबाद सहित नौ नगर निगमों में ई-बसें चलेंगी।

375 ई-बसें होंगी शामिल
राज्य परिवहन ने सकल लागत अनुबंध (जीसीसी) मॉडल के तहत 375 ई-बसों की खरीद को अंतिम रूप दे दिया है। यह बसें 12 मीटर लंबी होंगी जिन्हें जून तक रोडवेज बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा। इसी तरह आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के माध्यम से गुरुग्राम और फरीदाबाद के लिए 100-100 ई-बसें खरीदने का काम दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।

बीएस-VI डीजल बसें भी खरीदी जाएंगी

राज्य परिवहन ने 500 नई बीएस-VI डीजल बसें और 150 एचवीएसी बीएस-VI डीजल बसें खरीदने की योजना बनाई है। यह सभी नई बसें नवंबर तक रोडवेज बेड़े में शामिल कर ली जाएंगी।मुख्य सचिव ने बताया कि हरियाणा के सभी डिपो द्वारा दिल्ली के लिए केवल बीएस-VI मानक वाली बसें ही चलाई जाएंगी।

हटाई जाएंगी बीएस-III मॉडल की सभी बसें

सभी बीएस-III मॉडल की बसों को अक्टूबर से पहले एनसीआर डिपो से चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा। दिल्ली के आसपास के शहर फरीदाबा,द गुरुग्राम और सोनीपत की सभी बीएस-IV बसें अक्टूबर तक गैर एनसीआर डिपो में स्थानांतरित कर दी जाएंगी। उनके स्थान पर बेड़े की पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ाते हुए बीएस-VI अनुपालन वाली डीजल बसें आवंटित की जाएंगी।

1030 बीएस-III मॉडल की डीजल बसें परिचालन में

वर्तमान में हरियाणा में लगभग 1030 बीएस-III मॉडल की डीजल बसें परिचालन में हैं। इनमें से लगभग 500 बसें एनसीआर में पड़ते डिपो में हैं। अक्टूबर तक सभी 500 बीएस-III बसों को कंडम कर दिया जाएगा और एनसीआर डिपो से चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा।

वाहन उत्सर्जन को संबोधित करने के लिए एनसीआर जिलों में लगभग 10 लाख वाहनों को रंग-कोडित किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले साल प्रदेश में 10 साल पुराने डीजल के 185 और 15 साल पुराने 461 पेट्रोल वाहनों को जब्त किया गया।