हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने करनाल में कहा कि राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। उन्होंने कहा कि इस कमी को दूर करने के लिए सरकार जल्द ही 20 हजार शिक्षकों की भर्ती करेगी।
शिक्षा मंत्री गुरुवार को करनाल के सनातन धर्म मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल रामनगर में आयोजित स्वर्ण जयंती वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विद्या भारती संस्था की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार के बाद विद्या भारती संस्था सबसे ज्यादा स्कूल देश में चलाती है।
उन्होंने कहा कि सुदूर इलाकों में भी विद्या भारती ने एकल स्कूल खोलकर शिक्षा का उजियारा किया है। शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार देना भी विद्या भारती का उद्देश्य है और इस उद्देश्य को संस्था सफलतापूर्वक निभा रही है।
जींद में छात्राओं द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह मामला संज्ञान में है। आरोपी जेल में है। अगर आरोप सिद्ध होते हैं तो निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी।
नई शिक्षा नीति लागू करने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति को लेकर प्रयास कर दिया है और उसमें से काफी कुछ लागू भी किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि वोकेशनल एजुकेशन पर भी जोर दिया गया है, ताकि जब बच्चा 12वीं पास करके निकले तो उसके हाथ में हुनर हो और वह उस हुनर के बेस पर उसे रोजगार मिल सके। शिक्षा नीति को छठी क्लास से शुरू कर दिया है। 98 हजार छात्र छठी क्लास में है। 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्र अच्छी तरह से ट्रेंड हो सके, उसके लिए वोकेशनल किट भी दी गई है।
इसके अलावा बच्चे का दिमाग छोटी उम्र में ही विकसित हो सके, इसके लिए हरियाणा में चार हजार प्ले वे स्कूल खोले गए हैं और इस वर्ष भी 4 हजार प्ले वे स्कूल खोले जाएंगें।
पिपली में गुरनाम सिंह चढूनी की रैली को लेकर पूछे गए सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने अपने तरीके से रैली या शक्ति प्रदर्शन कर सकता है। अगर राजनीतिक उद्देश्य के लिए रैली की जा रही है तो बहुत ही अच्छी बात है।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति राजनीति में भाग ले सकता है, इसको लेकर कोई भी प्रश्न चिन्ह नहीं है। किसी भी तरह का कोई व्यक्ति राजनीति में जनता से वादा करता है और जनता उसे व्यक्ति को पसंद करती है।