Haryana News: हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में से डॉक्टरों के गड़बड़ घोटाले की एक बड़ी खबर सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में तैनात 24 डॉक्टरों ने अपने प्राइवेट अस्पताल खोले हुए हैं। यहां सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों को वह अपने ही अस्पताल में रेफर कर रहे हैं। कई अस्पतालों में डॉक्टरों का मरीजों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है।

वहीं एक सिविल अस्पताल में डॉक्टर ऑपरेशन के बदले पैसे भी ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की जॉइंट डायरेक्टर (प्रशासन) ने सभी सिविल सर्जन को लेटर लिख ऐसे डॉक्टरों पर कार्रवाई करने को कहा है। लेटर में सभी डॉक्टरों के नाम और अस्पतालों के नाम भी शामिल किए गए हैं।

आपको बता दें कि राज्य में 11 अस्पताल ऐसे हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी मिली है। इनमे नारायणगढ़, दादरी, जींद, असंध, नीलोखेड़ी, कलानौर, महम, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद व सोनीपत के अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है।

इसके अलावा 25 जनरल अस्पताल नारायणगढ़, दादरी, फतेहाबाद, सोहना, हिसार, झज्जर, बहादुरगढ़, जींद, कैथल, असंध, नीलोखेड़ी, कुरुक्षेत्र, नारनौल, मांडीखेड़ा नगीना, पलवल, पानीपत, समालखा, रेवाड़ी, रोहतक, कलानौर, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, सोनीपत व यमुनानगर में MRI की सुविधा नहीं है।

समय पर नहीं आते अस्पताल में डॉक्टर

जानकारी के मुताबिक दादरी के सिविल अस्पताल में कुछ डॉक्टर समय पर नहीं आते। इसके लैब टेक्नीशियनों द्वारा मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए ऐसी लैब में भेजा जाता है, जो हरियाणा सरकार से अप्रूव्ड नहीं है। सिविल अस्पताल सोनीपत में तैनात ENT डॉ. प्रदीप लाकड़ा के अपनी सीट पर नहीं बैठने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सिविल अस्पताल सोहना में सुविधाओं की कमी के चलते डॉक्टरों द्वारा मरीजों को सिविल अस्पताल सेक्टर- 10 गुरुग्राम में रेफर कर दिया जाता है। यह अस्पताल सोहना से करीब 25 किलोमीटर दूर है, जिस कारण मरीजों को काफी परेशानी होती है।

मरीजों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं

कैथल अस्पताल में तैनात डॉ. रामअवतार शर्मा फिजिशियन तथा डॉ. आशीष मित्तल का मरीजों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है। सिविल सर्जन को लिखे गए पत्र में कहा गया भिवानी, चरखी दादरी, हिसार, हांसी, कैथल, पंचकूला, सोनीपत, नागरिक अस्पताल में तैनात डॉक्टरों का व्यवहार मरीजों के साथ ठीक न होने की शिकायत मिली है।

24 डॉक्टर्स ने खोल रखे प्राइवेट अस्पताल

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार करीब 24 ऐसे डॉक्टर्स हैं, जिन्होंने अपने पति या पत्नी के नाम पर प्राइवेट अस्पताल खोला हुआ है। इन अस्पतालों में दोनों मिलकर प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। इस रिपोर्ट में डॉक्टरों के नाम के साथ ही उनके अस्पतालों की भी पूरी डिटेल दी हुई है।

इन डॉक्टरों ने अंबाला, चरखी दादरी, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गुरुग्राम, हिसार, हांसी, जींद जिलों में अपने अपने बड़े प्राइवेट अस्पताल खोले हुए हैं। इनमे से 12 डॉक्टर दूसरे प्राइवेट अस्पतालों में भेज रहे सिविल सर्जनों को डायरेक्टर की ओर से भेजी गई रिपोर्ट में डॉक्टरों की एक ऐसी भी लिस्ट है, जो प्राइवेट अस्पताल में मरीजों को रेफर करते हैं। इस लिस्ट में 12 डॉक्टरों के नाम शामिल हैं।

इनमें अंबाला के सिविल अस्पताल में तैनात अर्पिता गर्ग, गर्ग जेल रोड स्थित गर्ग अस्पताल में मरीजों को रेफर करती हैं। चरखी दादरी में तैनात डॉ शिवम कुमार, डॉ मनोज कुमार ऑस्कर हॉस्पिटल में मरीजों को रेफर करते हैं।

फतेहाबाद में तैनात डॉ निधि वधवा, गुरुग्राम में तैनात डॉ ओम प्रकाश, हिसार में तैनात डॉ सरगम छाबड़ा, नारनौल में तैनात डॉ नीरू यादव, डॉ रेनू यादव, महेंद्रगढ़ में तैनात डॉ संदीप सिंह, पानीपत में तैनात मोना नागपाल और पलवल में तैनात डॉ संदीप सोनी, डॉ नवीन के नाम शामिल हैं।