Kisan Andolan: दिल्ली कूच को लेकर हरियाणा-पंजाब के 26 किसान संगठनों ने पूरी तैयारी कर ली है। पंजाब से बड़ी संख्या में किसान हरियाणा बॉर्डर पर जमा होने लगे हैं। हरियाणा सरकार ने किसानों को रोकने के लिए बीएसएफ भी तैनाती की गई है। हालात देखते हुए 15 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है।

इनमें रोहतक, सोनीपत, झज्जर, जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और पंचकूला शामिल हैं। सात जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और डबवाली में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। चंडीगढ़ में भी प्रशासन ने धारा-144 लगा दी है।

इस बीच, 12 फरवरी को केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच चंडीगढ़ में अहम बैठक होगी। दूसरे दौर की यह बैठक चंडीगढ़ में शाम पांच बजे सेक्टर-26 के महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में होगी। बैठक में केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अलग-अलग किसान संगठनों के 10 प्रतिनिधि शामिल होंगे।

इससे पहले आठ फरवरी को किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों की एक दौर की बैठक हो चुकी है, जिसमें कुछ मांगें मानी गई थीं, लेकिन एमएसपी को कानून बनाने समेत कुछ मांगों पर सहमति नहीं बन पाई थी।

भारतीय किसान यूनियन उगराहां गुट के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने 16 फरवरी को भारत बंद का एलान किया है। इस बीच किसानों की तैयारियों को देखते हुए हरियाणा पुलिस और प्रशासन ने शंभू बॉर्डर के बाद रविवार को अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे स्थित झरमड़ी बॉर्डर भी बंद कर दिया गया।