Haryana News : हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग शालीनता भूल गए हैं और हिंदू धर्म पर कटाक्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भगवान श्रीराम को किसी जाति, धर्म व वर्ग में न बांटे, राम सभी के हैं।
गृह मंत्री अनिल विज मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। श्री विज ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने बयान कि डमरू बजाने वालों को सत्ता में बिठाया है और कुमारी सैलजा के बयान कि भगवान राम कब से भाजपा व आरएसएस के हुए, पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
विज ने कांग्रेस पर भड़कते हुए कहा है कि कांग्रेस के लोग शालीनता भूल गए है और किसी न किसी तरह से हिन्दू धर्म पर कटाक्ष कर रहे है। इनका मकसद हिंदू धर्म पर कटाक्ष का होता है। उन्होंने कहा कि राम तो सभी के है ,सारी दुनिया के है कम से कम राम को तो किसी जाति, धर्म से व किसी वर्ग में यह न बांटे। राम तो सबके लिए है और सबके लिए ही राम मंदिर बना है, कांग्रेस पार्टी के लोग इसी से तिलमिलाये हुए है। राम तो सबके है और वह आदर्श पुरुष है।
वही, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान कि प्रदेश सरकार घोटालो की सरकार है, पर गृह मंत्री अनिल विज ने हंसते हुए कहा कि बड़ी हंसी आती है जब कोई खुद तो ईडी की पेशी भुगत रहा है और दूसरों पर आरोप लगा रहे है। अगर इनके पास कोई तथ्य है तो यह बताएं उस पर कार्रवाई होगी।
केजरीवाल का असली चेहरा अब सामने आ रहा है : विज
दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान कि उन्हें चाहे जेल में डाल दो, मगर विकास कार्य चलते रहेंगे पर गृह मंत्री विज ने तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल जी चाहते है कि उनको ईडी जबरदस्ती लेकर जाए और वह हाथ-पैर मारते हुए जाए ताकि उनकी टीआरपी बढ़े।
विज ने कहा कि राजनीति में आने से पहले केजरीवाल ने खुद टवीट किया था कि “जो नेता कोर्ट के सम्मन से ईडी के बुलाने से नहीं जाता” यह उनके खुद के टवीट है, मगर यह (केजरीवाल) तो रंगिया गीदड़ निकले। उन्होंने कहा कि “पहले इन्होने कोई और चोला डाला हुआ था लेकिन जैसे जैसे समय के थपेड़े पड़ते जा रहे है इनका असली चेहरा सामने आ रहा है”।
सबको पता है कि अब “कांग्रेस आई कांग्रेस गई” पार्टी बन गई : विज
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान कि सत्ता में आने पर आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा हटा देंगे पर मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज़ादी के 70 साल बाद तक लगभग इनकी सरकारे रही। जवाहर लाल नेहरू रहे, इंदिरा गांधी व राजीव गांधी रहे।
तब तो कुछ किया नहीं, अब जब इन्होंने आना ही नहीं है। सबको पता है कि अब “कांग्रेस आई कांग्रेस गई” पार्टी बन गई, तो इस तरह की बातें कर लोगो को गुमराह करने का कोई मतलब नहीं है।