प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 6600 करोड़ रुपए के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले में हरियाणा के बहादुरगढ़ में सिंपी भारद्वाज के पिता के घर पर 24 घंटे से अधिक समय तक छापेमारी की। इस दौरान अधिकारियों ने परिवार के सदस्यों से पूछताछ की और कई दस्तावेज जब्त किए।
ईडी की टीम मुंबई से बहादुरगढ़ पहुंची थी और 28 दिसंबर की रात को सिंपी के पिता देवी दत्त के घर पर छापेमारी शुरू की थी। टीम ने घर के अंदर मौजूद सभी दस्तावेजों की जांच की और परिवार के सदस्यों से पूछताछ की।
छापेमारी के दौरान सिंपी के पिता, भाई और अन्य परिजनों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया। अधिकारियों ने मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि टीम को कुछ अहम सबूत मिले हैं।
यह भारत का पहला बड़ा क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामला है। सिंपी भारद्वाज और उसके पति अजय भारद्वाज पर आरोप है कि उन्होंने निवेशकों को बिटकॉइन और कंपनी की अपनी क्रिप्टो करेंसी में उच्च रिटर्न के वादे के साथ लुभाया था।
ईडी ने आरोप लगाया है कि भारद्वाज और अन्य ने वैरिएबल टेक के साथ एक अनुबंध के माध्यम से 18 महीने के लिए प्रति बिटकॉइन 10 प्रतिशत के सुनिश्चित रिटर्न का झूठा वादा करके निवेशकों को गुमराह किया।
इस मामले में सिंपी भारद्वाज को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्हें 26 दिसंबर तक ED की हिरासत में भेजा गया था। इसके बाद उन्हें 2 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाया गया था। वहां पर पूछताछ के बाद ED की टीम बहादुरगढ़ में उनके पिता के आवास पर रेड के लिए पहुंची।