आज 1 नवंबर, 2023 है, हरियाणा दिवस। इस दिन, हम हरियाणा के गठन की याद करते हैं, जो 1 नवंबर, 1966 को पंजाब से अलग एक राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। हरियाणा का नाम कैसे पड़ा, इसके बारे में कई सिद्धांत हैं।

सबसे आम सिद्धांत यह है कि हरियाणा नाम “हरियाली” शब्द से आया है। इस क्षेत्र में एक बार घने जंगल हुआ करते थे, और “हरियाली” का अर्थ है “हरापन”। इस सिद्धांत का समर्थन रोहतक जिले के बोहर गांव से मिले एक शिलालेख से होता है, जिसमें इस क्षेत्र को “हरियंक” कहा गया है।

एक अन्य सिद्धांत यह है कि हरियाणा नाम “हरि” शब्द से आया है, जो भगवान विष्णु का एक नाम है। इस क्षेत्र में कई मंदिर हैं जो भगवान विष्णु को समर्पित हैं, और “हरियाणा” का अर्थ है “हरि का घर”।

एक तीसरा सिद्धांत यह है कि हरियाणा नाम “हरिया” शब्द से आया है, जो एक प्रकार का कीकर का पेड़ है। इस क्षेत्र में कीकर के पेड़ बहुतायत में पाए जाते हैं, और “हरियाणा” का अर्थ है “हरिया के पेड़ों का घर”।

 

हरियाणा का नाम किसी एक सिद्धांत से नहीं पड़ा है, बल्कि यह इन सिद्धांतों के संयोजन से बना है। यह क्षेत्र एक बार घने जंगलों से आच्छादित था, और भगवान विष्णु को यहां पूजा जाता थी। कीकर के पेड़ भी इस क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं।

हरियाणा एक समृद्ध इतिहास और संस्कृति वाला राज्य है। यह क्षेत्र कई प्राचीन मंदिरों और स्मारक स्थलों का घर है। हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य भी है, और यहां के किसान चावल, गेहूं, और सब्जियों की खेती करते हैं।

हरियाणा दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जब हम अपने राज्य के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को याद करते हैं। यह एक दिन है जब हम एक साथ आते हैं और अपने राज्य के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं।