Haryana Political Crisis: हरियाणा में अल्पमत में आई BJP ने सरकार बचाने के लिए मास्टर प्लान बनाया है। सरकार को गिरने से बचाने के लिए BJP ने JJP के 3 विधायकों से संपर्क किया है। सूत्रों के अनुसार JJP के देवेंद्र बबली, रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं। पानीपत में CM खट्टर और इन विधायकों की 1 घंटे तक मीटिंग हुई थी। इन विधायकों को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट देने की बात कही गई है।

हरियाणा में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करें : हुड्डा

नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जनभावना को ध्यान में रखकर सही समय पर लिया गया सही फैसला रंग जरूर लाएगा। आज जनता ही नहीं, बीजेपी को वोट देने वाले और समर्थन देने वाले लोग भी सरकार की नीतियों से दुखी हैं। जजपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी के बाद अब बीजेपी सरकार अल्पमत में आ चुकी है। इसलिए हरियाणा में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू करके विधानसभा चुनाव करवाए जाने चाहिए।

बता दें कि इसी साल मार्च में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे। कांग्रेस ने सैनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। लेकिन सैनी ध्वनि मत से जीत दर्ज की थी. ऐसे में एक बात ये भी है कि छह महीने के भीतर कोई दूसरा अविश्वास प्रस्ताव भी पेश नहीं किया जा सकता है।

हरियाणा विधानसभा के सदस्यों की संख्या-

विधायकों की संख्या – 88
भाजपा – 40
कांग्रेस – 30
जजपा – 10
निर्दलीय – 6
हलोपा – 1
इनैलो – 1