पानीपत, हरियाणा के गांव झटीपुर में 39 वर्षीय युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता उस वक्त लगा जब काफी देर से दिखाई न देने पर परिजजन उसे फैक्ट्री से तलाशते हुए घर पहुंचे।

युवक ने खुद को कमरे में बंद किया हुआ था। किसी तरह लोहे की खिड़की को तोड़कर भीतर घुसे और उसे फंदे से नीचे उतारा। हालांकि, उस वक्त उसकी सांसें चल रही थीं। आनन-फानन में उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां कुछ देर इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। साथ ही शव को सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया।

4 माह से रह रहा था पानीपत

मृतक युवक, मोफिल का साढू आशिक (39 वर्ष) मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला था। उसकी 1 साल पहले ही शादी हुई थी और उसकी पत्नी फिलहाल 3 माह की गर्भवती है। दंपती पिछले 4 माह से पानीपत में रह रहे थे और यहीं एक फैक्ट्री में काम करते थे।

सोमवार शाम को वह काफी देर से फैक्ट्री में नहीं दिखाई दे रहा था। जिसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई। इसी दौरान कमरे पर आए, तो यहां उसका कमरा भीतर से बंद मिला। खिड़कियां भी बंद थीं। किसी तरह भीतर झांक कर देखा, तो वह फंदे पर लटका हुआ था।

कमरे के भीतर भी लगाया हुआ था ताला

स्थानीय लोगों की मदद से खिड़की को तोड़ा गया और भीतर घुसे। भीतर कमरे के दरवाजे पर ताला लगाया हुआ था। ताला तोड़ा, तो बाकी सभी लोग भी अंदर आए। आनन-फानन उसे फंदे से नीचे उतारा गया। उस वक्त उसकी सांसें चल रही थीं। उसे निजी अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक 5 बहनों का इकलौता भाई था। उसके आत्महत्या करने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।