जयहिन्द ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से भी अपील करते हुए कहा कि जब भी आपके मंत्री मंडल की बैठक हो तो उसमें यह बात भी रखी जाए कि SYL पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करवाया जाए।

हरियाणा पंजाब का छोटा भाई है। अगर सच मे भाईचारा है तो पंजाब से आ रहे किसान SYL का पानी देने की बात कहे तो हरियाणा के किसान इन बैरिकेट्स को अपने आप तोड़ देंगे। पिछली बार भी जब किसान आंदोलन हुआ था तो हरियाणा के 36 बिरादरी के लोगो ने स्पोर्ट किया था तब जाकर यह आंदोलन जीता गया था।

जयहिन्द ने बताया कि SYL हरियाणा का हक़ है और सभी राजनेताओ, किसान नेताओ व पार्टियों SYL पर अपनी स्थिति क्यों नही स्पष्ठ करते, जबकि यह कोई राजनीतिक बात नही बल्कि न्याय की बात है। साथ ही हरियाणा सरकार, मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर जी, सभी 90 विधायक, 15 सांसद व हरियाणा के विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा SYL पर क्यों नही बोलते।

जयहिन्द ने कहा पंजाब से किसान जब हरियाणा आ रहे है तो हमारी उनसे अपील है की हम उनको दूध पिलाने के लिए तैयार है लेकिन वें SYL का पानी देने का वादा करे और अपनी सरकार से कहें की SYL के पानी की वजह से हरियाणा की दस लाख एकड़ जमीन बंजर पड़ी है, हरियाणा के 70% लोग जहरीला पानी पी रहे है जिसकी वजह से अलग–अलग तरह की बीमारियां लोगो में फैल रही है।

नवीन जयहिन्द ने हरियाणा व पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंढेर, राकेश टिकैत व गुरनम सिंह चारुणी से सवाल पूछते हुए कहा कि ये सब SYL पर क्यों नही बोलते। हाईकोर्ट के फैसले की बात करते है तो SYL पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी इन्हें बोलना चाहिए। इन सभी किसान नेताओ, हरियाणा की सरकार व विपक्ष को SYL पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।