साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतना भारत के लिए एक बड़ी चुनौती रही है। टीम इंडिया ने अब तक 8 सीरीज खेलीं, लेकिन एक भी नहीं जीती है। 2010 में पहली बार सीरीज ड्रॉ रही थी, लेकिन पिछले 2 सीरीज में भारत को हार का सामना करना पड़ा है।

तीन अलग-अलग फेज में जानते हैं कि टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने में क्या-क्या मुश्किलें आईं।

फेज-1: 1992 से 2009 तक 4 सीरीज खेलीं, चारों गंवाईं

13 नवंबर 1992 को भारत ने साउथ अफ्रीका में पहली बार कोई टेस्ट खेला। मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में 4 टेस्ट की सीरीज में भारत को 1-0 से हार मिली। 3 मुकाबले ड्रॉ रहे। 1996 में टीम सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में उतरी, 3 टेस्ट की सीरीज भारत ने 2-1 से गंवाई। 2001 में भारत सौरव गांगुली की कप्तानी में उतरा, लेकिन नतीजा फिर वही, 2 टेस्ट की सीरीज टीम ने 1-0 से गंवा दी।

9 सालों में भारत ने 9 टेस्ट खेले और एक में भी जीत नसीब नहीं हुई। टीम ने 4 टेस्ट गंवाए, जबकि 5 मुकाबले ड्रॉ रहे। फिर राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने 2006 में 3 टेस्ट की सीरीज खेली। एस श्रीसंथ की धारदार बॉलिंग से 8 विकेट के दम पर भारत ने पहला टेस्ट जीता, लेकिन बाकी 2 टेस्ट हारकर टीम ने सीरीज गंवा दी। यानी 1992 से 17 साल तक भारत ने 12 टेस्ट खेले, महज एक में टीम को जीत मिली और टीम ने चारों सीरीज गंवा दीं।

फेज-2: 2010 से 2013 तक 2 सीरीज खेलीं, दोनों ड्रॉ

2010 में भारत ने पहली बार साउथ अफ्रीका में दो टेस्ट की सीरीज खेली। दोनों मुकाबले ड्रॉ रहे। टीम इंडिया ने इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन जीत नहीं मिल सकी। 2013 में टीम इंडिया ने फिर से दो टेस्ट की सीरीज खेली, लेकिन दोनों मैच फिर से ड्रॉ रहे।

फेज-3: 2018 से अब तक 2 सीरीज खेलीं, दोनों हारीं

2018 में भारत ने साउथ अफ्रीका में 3 टेस्ट की सीरीज खेली। टीम इंडिया ने पहला टेस्ट जीता, लेकिन बाकी दो टेस्ट हारकर सीरीज गंवा दी। 2021 में भारत ने फिर से साउथ अफ्रीका में 3 टेस्ट की सीरीज खेली। इस बार टीम इंडिया ने पहले दो टेस्ट जीते, लेकिन आखिरी टेस्ट हारकर सीरीज गंवा दी।

तो आखिर क्यों भारत साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाता है?

इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं।

  • बॉलिंग: साउथ अफ्रीका की पिचें तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल होती हैं। भारत की गेंदबाजी में तेज गेंदबाजों की कमी है।
  • बल्लेबाजी: साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी के सामने भारत के बल्लेबाज अक्सर टिक नहीं पाते हैं।
  • कप्तानी: भारत के कप्तानों ने साउथ अफ्रीका में कुछ महत्वपूर्ण मौकों पर गलत फैसले लिए हैं, जिसकी वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा है।

अब 2023-24 सीरीज में भारत को क्या करना चाहिए?

  • बॉलिंग में तेज गेंदबाजों को मजबूत करना होगा।
  • बल्लेबाजों को साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी के सामने टिकना होगा।
  • कप्तान को महत्वपूर्ण मौकों पर सही फैसले लेने होंगे।