भारत सरकार ने बृजभूषण के साथी संजय सिंह की गतिविधियों को सस्पेंड कर दिया था उसके बावजूद संजय सिंह अपनी मनमर्ज़ी चला नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप करवा रहा है और खिलाड़ियों को फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट बाँट रहा है जोकि ग़ैर क़ानूनी है.

खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित रेसलिंग नेशनल चैंपियनशिप जयपुर में आयोजित किए जाने हैं, लेकिन उससे पहले ही कुश्ती पर अपना दबदबा साबित करने के लिए संजय सिंह ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से अलग नेशनल चैंपियनशिप के सर्टिफिकेट दस्तख़त कर बाँट रहा है. संस्था का सस्पेंडेड आदमी कैसे संस्था के पैसे का दुस्र्पयोग कर सकता है ।

कल जब खिलाड़ी इन सर्टिफिकेट को लेकर नौकरी माँगने जाएँगे तो कार्रवाही ग़रीब खिलाड़ियों पर होगी. जबकि खिलाड़ियों की कोई गलती नहीं है.

कार्रवाही तो ऐसा फ्रॉड करने वाले संजय सिंह पर अभी से होनी चाहिए जिसकी गतिविधियों पर रोक लगाये जाने के बावजूद यह सब फ़र्ज़ीवाडा कर रहा है. मैं खेलमंत्री श्री अनुराग ठाकुर जी अपील करती हूँ कि आप इस मसले को देखें और खिलाड़ियों का भविष्य ख़राब होने से बचाएँ