पहली बार कहां आया था AIDS केस?
पहले AIDS केस की पहचान साल 1981 में अमेरिका के लॉस एंजेलिस में हुई थी। उस समय पांच पुरुषों में एक दुर्लभ और घातक प्रकार का निमोनिया देखा गया था। इनमें से चार पुरुष समलैंगिक थे, और पांचवे पुरुष में रक्त कैंसर था।
इन पुरुषों में से किसी में भी निमोनिया का कोई पूर्व इतिहास नहीं था, और वे सभी स्वस्थ लग रहे थे। डॉक्टरों ने इन पुरुषों के खून की जांच की, और उन्हें पता चला कि इनमें सभी में एक अज्ञात वायरस था। इस वायरस को बाद में एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस) नाम दिया गया।
इस बीमारी के बारे में ये बातें जानते हैं आप?
- AIDS एक संक्रामक बीमारी है जो एचआईवी वायरस के कारण होती है।
- एचआईवी वायरस शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है, जिससे व्यक्ति संक्रमणों और कैंसर के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।
- AIDS का कोई इलाज नहीं है, लेकिन एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।
- ART से संक्रमित लोगों की जीवन प्रत्याशा सामान्य लोगों के समान हो सकती है।
AIDS के बारे में कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- AIDS का मुख्य रूप से यौन संपर्क, रक्त के आदान-प्रदान, और मां से बच्चे में संक्रमण के माध्यम से प्रसार होता है।
- एचआईवी वायरस शरीर के तरल पदार्थों, जैसे रक्त, वीर्य, योनि स्राव, और स्तन के दूध में पाया जाता है।
- एचआईवी वायरस से संक्रमित होने से AIDS होने की गारंटी नहीं है।
AIDS के बारे में जागरूकता बढ़ाना महत्वपूर्ण है ताकि इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।