फोन या लैपटॉप को रिस्टार्ट करने से क्या होता है? क्या इससे परफॉर्मेंस में सुधार होता है?

कई बार जब हमारा फोन या लैपटॉप धीमा चलने लगता है या ठीक से काम नहीं करता है, तो हम उसे रिस्टार्ट करने का विकल्प चुनते हैं।

लेकिन क्या रिस्टार्ट करने से सचमुच में डिवाइस का प्रदर्शन बेहतर होता है?

आइए जानते हैं कि रिस्टार्ट करने से क्या होता है और इसका हमारे डिवाइस के परफॉर्मेंस पर क्या प्रभाव पड़ता है:

रिस्टार्ट करने पर क्या होता है:

  • रनिंग प्रोग्राम बंद हो जाते हैं: जब आप अपने डिवाइस को रिस्टार्ट करते हैं, तो सभी रनिंग प्रोग्राम और प्रक्रियाएं बंद हो जाती हैं।
  • अस्थायी डेटा हटा दिया जाता है: रिस्टार्ट करने से कैश और टेम्परेरी फाइल्स जैसा अस्थायी डेटा भी हटा दिया जाता है।
  • ओएस रिफ्रेश होता है: रिस्टार्ट करने से ऑपरेटिंग सिस्टम रिफ्रेश हो जाता है, जिससे यह फिर से नए सिरे से शुरू हो जाता है।

परफॉर्मेंस पर प्रभाव:

  • थोड़े समय के लिए प्रदर्शन में सुधार: रिस्टार्ट करने से अक्सर थोड़े समय के लिए डिवाइस का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है।
  • मेमोरी को मुक्त करता है: रनिंग प्रोग्राम और अस्थायी डेटा को बंद करने से डिवाइस की मेमोरी खाली हो जाती है, जिससे यह अधिक तेज़ी से काम कर सकता है।
  • गड़बड़ियों को ठीक करता है: रिस्टार्ट करने से कुछ सॉफ्टवेयर गड़बड़ियां भी ठीक हो सकती हैं जो डिवाइस को धीमा कर रही हों।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि रिस्टार्ट करना हमेशा एक स्थायी समाधान नहीं होता है।