Weather Report: देश के अधिकांश राज्यों में मानसून सक्रिय हो चुका है। महाराष्ट्र के कई इलाकों में तेज बारिश के कारण जलभराव हो गया है, वहीं बिहार और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालांकि, उत्तराखंड में बारिश में थोड़ी कमी आई है। पहले की तुलना में असम में भी हालात काबू में हैं। इसी बीच, मौसम विभाग ने कई राज्यों में फिर से तेज बारिश की संभावना जताई है।
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Toggleअगले पांच दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले पांच दिनों तक निम्नलिखित राज्यों में भारी बारिश हो सकती है:
- केरल
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- मध्य प्रदेश
- गुजरात
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उत्तराखंड
- पूर्वी उत्तर प्रदेश
- पूर्वी राजस्थान
- छत्तीसगढ़
- उप हिमालयी पश्चिम बंगाल
- सिक्किम
- बिहार
- ओडिशा
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- मेघालय
- नागालैंड
- मणिपुर
- मिजोरम
- त्रिपुरा
- तमिलनाडु
मानसून की स्थिति
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून का डेढ़ माह बीत चुका है। इस दौरान कई राज्यों में अच्छी बारिश हुई है, जबकि कुछ राज्यों में छिटपुट बारिश दर्ज की गई है। जुलाई के शुरुआती दिनों में मानसून के लिहाज से स्थिति अच्छी रही है। लेकिन अब उत्तर भारत, उत्तर पश्चिम भारत और पूर्वी भारत में कुछ दिनों तक बारिश रुक जाएगी। 17 जुलाई को पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, जम्मू, हिमाचल प्रदेश में धूप निकलेगी और तापमान बढ़ेगा।
तेज हवाओं और आंधी का अलर्ट
विज्ञान विभाग ने अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तेज हवाओं की संभावना जताई है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में आंधी और वज्रपात के साथ तेज हवाएं चलने का अनुमान है। आईएमडी के अनुसार, 18 जुलाई तक देश के कई राज्यों में भारी से अत्यधिक बारिश हो सकती है।
वर्तमान मौसम प्रणाली
- मानसून की अक्षीय रेखा: गंगानगर, हिसार, दिल्ली, बाराबंकी, देहरी, आसनसोल से होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में जा रही है।
- पश्चिमी विक्षोभ: समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर, 70 डिग्री पूर्वी देशांतर के साथ अक्षांश 30 डिग्री उत्तर के उत्तर में।
- चक्रवाती परिसंचरण: उत्तरी गुजरात और आसपास के क्षेत्रों में औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किलोमीटर ऊपर।
- गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक गर्त।
- झारखंड और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण।
- पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती परिसंचरण।
- असम के मध्य भागों में चक्रवाती परिसंचरण।
इस जानकारी के आधार पर, आगामी दिनों में मौसम के विभिन्न रंग देखने को मिल सकते हैं। इसलिए, सतर्क रहें और मौसम विभाग की सलाह का पालन करें।