लड़की पक्ष का कहना है कि लड़के वालों को पहले भी दहेज में 5 लाख रुपए दिए जा चुके हैं। अब वह बाइक देने वाले थे, लेकिन वह गाड़ी की डिमांड कर रहे थे। जब बारात नहीं आई तो उन्होंने लड़के वालों को कॉल किया। उन्होंने बताया कि दूल्हा घर से भाग गया है।
लड़की पक्ष के अनुसार, करीब तीन साल पहले यह रिश्ता हुआ था और 2 महीने पहले शादी की चिट्ठी जा चुकी थी। यदि शादी को लेकर किसी तरह की दिक्कत थी तो इसके बारे में पहले ही बता दिया जाना चाहिए था। शादी वाले दिन बारात का न आना, कितनी बड़ा आघात है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
गफ्फार के पास 5 बच्चे हैं, जिसमें 2 लड़के और 3 लड़कियां हैं। बड़ी बेटी की आज शादी होनी थी। सहारनपुर के गांव शाहपुर बेदी के रहने वाले गफ्फार के साडू ने यमुनानगर के गांव लापरा में गफ्फार की बड़ी बेटी का रिश्ता करवाया था। करीब 3 साल पहले यह रिश्ता तय हुआ था।
गफ्फार के भतीजे आजम ने बताया कि लड़का दिहाड़ी मजदूरी का काम करता है और लड़के वालों ने दहेज में बाइक की मांग की थी। चूंकि तीन साल पहले ही रिश्ता हो चुका था और दीवाली पर ही मोटरसाइकिल निकलवाई थी, जो लड़के के नाम करवा दी गई थी। इसके अलावा 5 लाख रुपए भी लड़के वालों को दिए जा चुके थे। इन पैसों से ही लड़के वालों ने अपना मकान बनाया। दो महीने पहले ही चिट्ठी भेज दी गई थी और आज बारात आनी थी।
भतीजे ने बताया कि 2 दिन पहले ही घर में कढ़ाई चल रही थी और खाना बनाया जा रहा था। मिठाइयां भी बनकर तैयार हो चुकी थी। सभी रिश्तेदारी आ चुकी थी, सुबह तक भी यह नहीं पता था कि आज बारात नहीं आएगी। सुबह ही लड़के वालों को कॉल किया था कि जल्दी बारात लेकर आना। लड़के के पिता ने कहा था कि हमारी कुछ गाड़ियां निकल रही है और कुछ निकलने वाली है और जल्दी ही वहां पर पहुंच जाएंगे।
उन्हें किसी रिश्तेदार का कॉल आया कि आज लड़के वाले किसी भी हालत में बारात लेकर नहीं आने वाले। दोपहर को 2 बजे कॉल आई कि उनका लड़का घर से फरार हो गया है।
यह खबर सुनकर शादी वाले घर में मातम छा गया। दुल्हन अपने मायके चली गई। लड़की पक्ष ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।