Send Money Abroad: अब विदेश पैसे भेजना महंगा पड़ेगा। SBI, HDFC और Axis समेत भारत के कई ऐसे बैंक हैं जिन्होंने अपने ट्रांजैक्शन चार्जेज बढ़ा दिए हैं। बता दें कि भारत से विदेश पैसे भेजने के लिए RBI एक स्कीम ‘लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम’ (LRS) चलाता है। इस स्कीम के तहत पढ़ाई और मेडिकल खर्चों के लिए कोई भारतीय 1 साल में 2.5 लाख डॉलर तक की राशि बिना शुल्क भेज सकता था। लेकिन अब अधिकतर बैंकों ने चार्ज लेना शुरू कर दिया है।
विदेश में पैसे भेजने के लिए भारतीय बैंकों द्वारा ट्रांजेक्शन चार्जेस में वृद्धि की जानकारी महत्वपूर्ण है, विशेषकर उन लोगों के लिए जिनके बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं या जिन्हें विदेश में पैसों की आवश्यकता हो सकती है। यहाँ हम मुख्य बैंकों के चार्जेस के बारे में संक्षिप्त जानकारी देंगे:
एचडीएफसी बैंक
- 500 डॉलर या उससे कम: ₹500 + टैक्स प्रति ट्रांजेक्शन
- 500 डॉलर से अधिक: ₹1000 + टैक्स प्रति ट्रांजेक्शन
- विदेश से पैसा मंगवाना: कोई चार्ज नहीं
भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- चार्जेस: विभिन्न मुद्राओं के लिए अलग-अलग
- डॉलर: $10
- ब्रिटिश पाउंड: £8
- यूरो: €10
- कनाडाई डॉलर: C$10
- सिंगापुर डॉलर: S$10
- नोट: यह चार्जेस पैसे प्राप्त करने वाले व्यक्ति से काटे जाते हैं, न कि भेजने वाले से
एक्सिस बैंक
- 50,000 डॉलर तक: कोई चार्ज नहीं
- 50,000 डॉलर से अधिक: ट्रांजेक्शन अमाउंट का 0.0004%
लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS)
आरबीआई द्वारा संचालित इस स्कीम के तहत, एक भारतीय नागरिक एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम $2.5 लाख तक विदेश भेज सकता है, जिसमें पढ़ाई और चिकित्सा खर्च शामिल हैं।
इन जानकारीयों को ध्यान में रखते हुए, विदेश में पैसे भेजने का निर्णय लेने में आपको मदद मिलेगी। यदि आपके पास विशेष आवश्यकता है या ट्रांजेक्शन चार्जेस के बारे में कोई और जानकारी चाहिए, तो संबंधित बैंक की वेबसाइट या उनकी कस्टमर सर्विस से संपर्क करना बेहतर होगा।