अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अयोध्या पहुंचे। वह सुबह साढ़े 10 बजे महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वे हेलिकॉप्टर के जरिए मंदिर परिसर पहुंचे।

मंदिर परिसर में पहुंचकर प्रधानमंत्री ने भगवान राम की पूजा-अर्चना की। इसके बाद वे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। समारोह के दौरान उन्होंने विधि-विधानों को पूरा किया।

दोपहर 1:00 बजे प्रधानमंत्री ने मंदिर परिसर में आयोजित सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने लोगों को संबोधित किया।

दोपहर 2:15 बजे प्रधानमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि परिसर स्थित कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा की।

लगभग 4 घंटे 35 मिनट के कार्यक्रम के बाद दोपहर 3:00 बजे प्रधानमंत्री दिल्ली लौट गए।

प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन का अनुष्ठान किया। इस दौरान उन्होंने उपवास, जप और गोपूजन किया। वे 11 दिन तक फर्श पर सोए और सिर्फ नारियल पानी, फल खाकर रहे। मोदी इस दौरान रामायण से जुड़े 4 राज्यों के 7 मंदिरों में दर्शन-पूजन भी किए।

प्रधानमंत्री के आगमन पर भक्तों में उत्साह

प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या आगमन पर भक्तों में उत्साह का माहौल था। मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वागत में नारे लगाए।

प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के बाद मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह का महत्व

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस समारोह में भगवान राम की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाता है। इससे मंदिर का निर्माण पूरा होता है और वह विधिवत रूप से भगवान राम को समर्पित हो जाता है।

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देशभर से लाखों भक्त अयोध्या पहुंचे हैं। वे इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनना चाहते हैं।