चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा के 26 किसान संगठनों के 13 फरवरी को दिल्ली कूच से पहले, चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों की मीटिंग शुरू हो गई है। इस महत्वपूर्ण बैठक में 3 केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय शामिल हैं।

– हरियाणा में हालात संभालने के लिए BSF और CRPF की 64 कंपनियां तैनात

केंद्र सरकार ने हरियाणा में बढ़ते तनाव और 16 फरवरी को होने वाले भारत बंद को देखते हुए BSF और CRPF की 64 कंपनियों को राज्य में तैनात करने का फैसला किया है। इन कंपनियों में लगभग 10,000 जवान शामिल हैं, जो राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करेंगे।

किसान नेता रवाना: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के जगजीत डल्लेवाल समेत अन्य किसान नेता मोहाली से चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित मगसीपा ऑफिस पहुंच चुके हैं, जहां मीटिंग हो रही है।

दिल्ली में धारा 144, भीड़, ट्रैक्टर्स पर रोक: किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है। दिल्ली में भीड़ जुटाने, लाउडस्पीकर और ट्रैक्टरों की एंट्री बैन कर दी गई है। हथियारों से लेकर लाठी-पत्थर भी दिल्ली में नहीं ले जाने दिए जाएंगे।

पंजाब-हरियाणा, दिल्ली बॉर्डर सील: इससे पहले किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब और हरियाणा के शंभू, खनौरी, के अलावा हरियाणा और दिल्ली के सिंघु, टिकरी समेत सभी बॉर्डर सील किए जा चुके हैं। इन जगहों पर सीमेंट के स्लैब, कंटीली तारें, कीलें लगाने के साथ खुदाई की गई है।

उत्तर प्रदेश में भी सख्ती: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर भी लोहे के बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं। धारा-144 लागू कर दी गई है। UP को दिल्ली से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-9 की सर्विस लेन बंद कर दी गई है।

यह मीटिंग किसानों के आंदोलन को लेकर काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में क्या निर्णय होता है, यह देखना होगा।