भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (ISRO) के चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा है कि साल 2024 गगनयान मिशन की तैयारियों का साल होगा। इसके अलावा इस साल इसरो ने 12-14 मिशन लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है।
सोमनाथ ने कहा कि गगनयान मिशन के लिए इस साल कई ड्रॉप टेस्ट किए जाएंगे, जिसमें पैराशूट सिस्टम की जांच की जाएगी। इसके अलावा कई वैल्यूएशन परीक्षण भी किए जाएंगे।
इसरो चीफ ने कहा कि इस साल जीएसएलवी रॉकेट का भी लॉन्च किया जाएगा।
#WATCH | ISRO Chairman S Somnath says “2024 is going to be the year for Gaganyaan readiness…Along with that, we will have a helicopter-based drop test to prove the Parachute systems, there will be multiple drop tests. We also will have many hundreds of valuation tests. So it is… pic.twitter.com/T3VAqloXng
— ANI (@ANI) January 1, 2024
सोमनाथ ने एक्सपोसैट सैटेलाइट मिशन के बारे में कहा कि यह एक खास मिशन है क्योंकि एक्सरे पोलरिमेट्री एक विशेष वैज्ञानिक क्षमता है, जिसे हमने खुद विकसित किया है।
उन्होंने कहा कि इस मिशन से ब्लैक होल के बारे में हमारी जानकारी बढ़ेगी।
सोमनाथ ने बताया कि आदित्य एल1 6 जनवरी को एल1 पॉइंट पर पहुंच जाएगा और उसके बाद हम अंतिम मनूवर करेंगे।
इसरो के चेयरमैन के इन बयानों से यह स्पष्ट है कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी ताकत और क्षमता को और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गगनयान मिशन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा। इस मिशन के सफल होने से भारत दुनिया के उन कुछ देशों में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने मानव को अंतरिक्ष में भेजा है।
एक्सपोसैट सैटेलाइट मिशन भी एक महत्वपूर्ण मिशन है। इस मिशन से ब्लैक होल के बारे में हमारी जानकारी बढ़ेगी।