Success : फिल्म 12th Fail के बाद सुर्खियां बटोरने वाले IAS मनोज शर्मा का प्रमोशन हो गया है। बता दें कि उनको महाराष्ट्र पुलिस में उप महानिरीक्षक (DIG) से अब महानिरीक्षक (IG) के पद पर प्रमोट कर दिया है। मनोज के करियर की यह महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने 2003, 2004 और 2005 बैच के IAS अधिकारियों के लिए प्रमोशन की मंजूरी दी थी।

हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 12th Fail IAS मनोज शर्मा के जीवन और संघर्ष पर ही आधारित है। इस फिल्म में उनके जीवन में आई तमाम कठिनाइयों के बारे में बताया गया है। बेहत गरीब परिवार होने के बावजूद भी मनोज ने इस सफलता को हासिल किया है।

मनोज शर्मा ने कैसे 12वीं में फेल होने के बाद भी UPSC की कठिन परीक्षा पास कर आईपीएस अधिकारी बने, फिल्म में यही सब दिखाया गया है। उन्होंने प्रमोशन मिलने की जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर की और इसके लिए अपने शुभचिंतकों का आभार जताया।

लोगों को प्रमोशन की जानकारी देते हुए मनोज शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘एएसपी से शुरू हुई यात्रा आज के भारत सरकार के ऑर्डर से आईजी बनने तक जा पहुंची है, इस लंबी यात्रा में साथ देने के लिए मन से सभी का आभार’

मनोज शर्मा की पदोन्नति न केवल उनकी व्यक्तिगत जीत है, बल्कि उन जैसे कई लोगों के लिए प्रेरणा भी है जो विपरीत परिस्थितियों के बावजूद देश की सेवा करने का सपना देखते हैं. फिल्म में बॉलीवुड एक्टर विक्रांत मैसी ने आईपीएस मनोज शर्मा का किरदार बखूबी निभाया था।

भारत की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Services Exam) की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के संघर्ष को बहुत करीब से दिखाया गया है. मनोज कुमार शर्मा ने साल 2005 में यूपीएससी एग्जाम क्लियर किया था।

कक्षा 12वीं में हुए थे फेल

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के निवासी मनोज कुमार शर्मा का जन्म एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था. वह कक्षा 9वीं और कक्षा 10वीं में थर्ड डिविजन से पास हुए थे।

कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में, वह हिंदी को छोड़कर सभी विषयों में फेल हो गए। हालांकि, उन्होंने फिर प्रयास किया और 12वीं कक्षा पास कर यूपीएससी की राह पकड़ ली।

फुटपाथ पर भी सोए

इसके बाद, मनोज शर्मा ने यूपीएससी सीएसई के लिए अपनी तैयारी शुरू की। आईपीएस बनने के लिए उनको काफी संघर्ष करना पड़ा। कुछ पैसे कमाने के लिए उन्होंने टेम्पो चलाया और कई बार रात में फुटपाथ पर भी सोए। उन्होंने दिल्ली में एक पुस्तकालय में भी काम किया जो उनकी यूपीएससी की तैयारी के लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ।