मानसून में इन्वर्टर और बैटरी का रखरखाव: कुछ ज़रूरी टिप्स

बरसात का मौसम आ चुका है और इस मौसम में बिजली कटौती और इन्वर्टर-बैटरी से जुड़ी समस्याएं आम हो जाती हैं। कमजोर बैटरी, बार-बार बिजली कटौती और पानी की वजह से इन्वर्टर और बैटरी की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है।

इन परेशानियों से बचने के लिए, यहाँ कुछ ज़रूरी टिप्स दिए गए हैं जिनका पालन करके आप मानसून में अपने इन्वर्टर और बैटरी का ख्याल रख सकते हैं:

1. बैटरी को रखें सूखा:

  • इन्वर्टर की बैटरी को पानी से बचाने के लिए इसे वॉटरप्रूफ कवर में रखें।
  • बैटरी को वॉटरप्रूफ मटेरियल से ढककर भी रखा जा सकता है।
  • बैटरी वाले स्थान को हवादार रखें ताकि नमी जमा न हो।
  • बारिश के पानी को बैटरी वाले स्थान पर जमा न होने दें।

2. इलेक्ट्रोलाइट लेवल चेक करें:

  • मानसून में, बैटरी के इलेक्ट्रोलाइट लेवल की नियमित जांच करवाना ज़रूरी है।
  • पानी इलेक्ट्रोलाइट लेवल को कम कर सकता है, जिससे बैटरी की परफॉर्मेंस पर बुरा असर पड़ता है।

3. कम इस्तेमाल करें:

  • बारिश के दिनों में, जब तक ज़रूरी न हो, इन्वर्टर का इस्तेमाल कम करें।
  • लंबी बारिश के दौरान, बैटरी ओवर-डिस्चार्ज हो सकती है।
  • बैटरी के तापमान का भी ध्यान रखें।

4. नियमित रखरखाव:

  • इन्वर्टर बैटरी का नियमित रखरखाव करवाते रहें।
  • टर्मिनल, केबल और अन्य कनेक्शनों में किसी भी तरह के नुकसान की जांच करें।
  • बैटरी को ज़्यादा चार्ज या डिस्चार्ज न होने दें, इसके लिए बैटरी प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करें।
  • बैटरी प्रोटेक्टर शॉर्ट सर्किट से भी बचाता है।