Farmers Protest: हरियाणा के पंजाब से लगते 7 जिलों में इंटरनेट पर पाबंदी 17 फरवरी की रात 12 बजे तक बढ़ा दी गई है। इन जिलों में अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा शामिल हैं। पंजाब से चले किसान आंदोलन को हरियाणा के किसान संगठनों का समर्थन मिलना शुरू हो गया है। पिछले किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका में रहे भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी गुट ने भी आपात बैठक कर कुछ निर्णय लिए हैं।
शंभू बॉर्डर पर पहुंचे करीब ढाई हजार किसान
बता दें कि, शंभू बॉर्डर पर किसान मंलवार शाम से ही डटे हैं। बॉर्डर पर लगभग ढाई हजार किसान हैं। किसानों ने वहां बैरिकेंडिग को तोड़ने के लिए एक ट्रेक्टर को ट्रॉली समेत बैरिकेड में भि़ड़ा दिया। राज्य की शंभू सीमा पर जवानों की ओर से आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। इसके बाद प्रदर्शन करने वालों की ओर से भी पथराव किया गया। वहीं जिंद में दोनों जिलों की सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों के विरुद्ध आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इतना ही नहीं हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने आंदोलन करने वाले 18 किसानों को भी पकड़ा है।
भाकियू चढ़ूनी गुट भी आंदोलन में कूदा
हरियाणा की ओर से सक्रिय भूमिका निभाने वाले गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व वाले गुट भाकियू चढ़ूनी ने भी आपात बैठक कर बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने शुक्रवार को प्रदेशभर के टोल प्लाजा फ्री कराए जाने का एलान किया है। वहीं शनिवार को प्रदेशभर में तहसील स्तर पर ट्रैक्टर मार्च भी निकाला जाएगा।
इसके बाद रविवार को ब्रह्मसरोवर तट पर सभी संगठरनों, खाप पंचायतों व अन्य संगठनों की अहम बैठक बुलाई गई है। जिसमें आंदोलन की अगली रणनीति को लेकर रूपरेखा बनाई जाएगी। ये फैसला गुरुवार को गुरनाम सिंह चढ़ूनी की अध्यक्षता में बुलाई गई आपात बैठक में लिया गया है।