सड़क हादसों में आई कमी

हरियाणा में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता अभियान की सफलता के चलते सात सालों में इस साल सड़क हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। वर्ष 2017 से लेकर अब तक, 2020 में सड़क हादसों में सबसे ज्यादा 98 लोगों की जान गई थी। लेकिन इस साल अब तक हांसी एरिया में सड़क हादसों के कारण केवल 30 लोगों की मौत हुई है।

आंकड़ों में सुधार

2022 के मुकाबले 2023 में सड़क हादसों में होने वाली मौतों में 13 प्रतिशत की कमी आई थी। इस साल भी सड़क हादसों में मृत्यु दर में गिरावट जारी है। साथ ही, चालान भरने वालों की संख्या में भी सुधार हुआ है, जिसमें अब तक 60 प्रतिशत लोगों ने अपने चालान का भुगतान किया है।

सड़क हादसों के कारण

2023 से अब तक सड़क हादसों में 105 लोगों की मौत हो चुकी है। ट्रैफिक पुलिस द्वारा पिछले एक साल में 50 हजार से ज्यादा वाहनों की चेकिंग की गई, जिसमें से करीब 30 हजार वाहनों का चालान काटा गया। इन हादसों में 70 प्रतिशत मामलों में तेज गति और लापरवाही प्रमुख कारण रहे हैं।

हादसों में युवाओं की मौत

इन सड़क हादसों में मरने वालों में 50 प्रतिशत लोग 16 से 25 साल के युवा थे, जबकि 25 प्रतिशत मरने वाले 25 से 35 साल के बीच थे। इन हादसों में सबसे अधिक दुर्घटनाएं सोरखी, बांडाहेड़ी, शेखपुरा, जींद रोड, राजथल, ढाणी पीरावली, बरवाला फ्लाईओवर, कुलाना मोड, गढी, बास और अन्य क्षेत्रों में हुई हैं।

पुलिस का अभियान

हादसों को रोकने के लिए पुलिस ने लगातार अभियान चलाकर प्रतिदिन 50 से 55 चालान किए। इनमें से सबसे अधिक चालान बिना हेलमेट के होते हैं। ओवर स्पीड और बिना कागज के वाहन चलाने पर भी चालान किए जाते हैं। पुलिस अधिकारी स्कूल और कॉलेजों में गोष्ठियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करते हैं ताकि सड़क हादसों का ग्राफ कम किया जा सके।

विभिन्न वर्षों में सड़क हादसों में मौतों के आंकड़े:

  • 2017: 94
  • 2018: 75
  • 2019: 78
  • 2020: 98
  • 2021: 75
  • 2022: 86
  • 2023: 75