उत्तराखंड में जंगलों में आग: 4 दिनों में 720 हेक्टेयर जंगल प्रभावित, सेना ने बुझाई आग
उत्तराखंड के 10 जिलों में पिछले 4 दिनों से जंगलों में आग लगी हुई है।सबसे ज्यादा नुकसान गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में हुआ है। नैनीताल में भीमताल के जंगलों में लगी आग खतरनाक हो गई है, सेना ने हेलिकॉप्टर लगाकर आग बुझाने में मदद की। अब तक 720 हेक्टेयर (1780 एकड़) जंगल जल चुका है। आग लगने की वजह: कम बारिश, कम नमी, पहाड़ों से पत्थर गिरना और लोगों द्वारा जंगलों में आग लगाना। 2 लोग घायल, 15 करोड़ रुपए का नुकसान, जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में भाग रहे हैं। 3700 कर्मचारी आग बुझाने में लगे हुए हैं, सेना और वन मित्रों की भी मदद ली जा रही है।
आग लगने की वजह:
- कम बारिश और बर्फबारी के कारण जंगलों में नमी कम होना।
- पहाड़ों से पत्थर गिरना।
- इंसानों द्वारा जंगलों में आग लगाना।
आग से नुकसान:
- 720 हेक्टेयर (1780 एकड़) जंगल जल चुका है।
- 15 करोड़ रुपए का अनुमानित नुकसान।
- दो लोग घायल हुए हैं।
- जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में भाग रहे हैं।
- लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।
आग बुझाने के प्रयास:
- 3700 कर्मचारी, फायर मित्र और सेना के जवान आग बुझाने में लगे हुए हैं।
- हेलिकॉप्टर से पानी गिराया जा रहा है।
- झाड़ू, लोहे और स्टील के झांपे का इस्तेमाल आग बुझाने के लिए किया जा रहा है।
सरकारी पहल:
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति का जायजा लिया है।
- आग लगाने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
- वन विभाग आगजनी की घटनाओं की जांच कर रहा है।