विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा है कि रूस में फंसे भारतीयों को लेकर सरकार गंभीर है और धोखेबाजों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि कई भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में काम करने के लिए धोखा दिया गया है, और ऐसे नागरिकों की शीघ्र रिहाई के लिए रूस के सामने मामला दृढ़ता से उठाया गया है।

रणधीर जयसवाल ने कहा कि झूठा वादा कर भर्ती करने वाले एजेंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार रूसी सेना में सहायक स्टाफ के रूप में काम कर रहे भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई और उनके घर वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।

रणधीर जयसवाल ने बताया कि लगभग 20 लोगों ने सरकार से संपर्क किया है, और सरकार उनका पता लगाने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार रूसी अधिकारियों के संपर्क में है।

रणधीर जयसवाल ने बताया कि विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान के संयुक्त सचिव के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल अभी अफगानिस्तान के दौरे पर है। उन्होंने कहा कि भारत ने जून में काबुल में अपना तकनीकी मिशन खोला था।