अंबाला और करनाल में किसानों को रोकने के लिए मजबूत मोर्चे लगाए गए हैं, लेकिन किसान भी भारी संख्या में अंबाला के शंभू बॉर्डर पर जमे हुए हैं।

सोनीपत पुलिस और प्रशासन किसानों की मूवमेंट पर नजर रखे हुए हैं। अगर किसान शंभू बॉर्डर और करनाल के मोर्चे को तोड़कर आगे बढ़ते हैं तो उन्हें कुंडली बॉर्डर पर रोका जाएगा। यहां पर सात लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

अभी खुला है कल्याणा बॉर्डर

दिल्ली पुलिस के तीन हजार से अधिक और सोनीपत पुलिस की दो कंपनियों के साथ अर्ध सैनिक बलों के जवान भी तैनात हैं। यहां पर कीलें और टायर किलर मंगवाकर रखवाए गए हैं। किसानों के मूवमेंट के अनुसार इन्हें सड़क पर लगाया जाएगा। वहीं पानीपत के गांव पट्टी कल्याणा बॉर्डर अभी खुला है, इसे किसानों की हरकत होने पर इसे सील किया जाएगा।

मजबूत मोर्चों पर डटे हैं पुलिस व मिलिट्री के जवान

यहां पर पानीपत और सोनीपत पुलिस के जवानों के साथ अर्ध सैनिक बल भी लगाए गए हैं। वहीं गांवों में किसानों की तैयारियों पर नजर रखने के लिए पटवारियों को लगाया गया है।

दूसरी ओर जींद-पंजाब सीमा के खनौरी बॉर्डर पर गांव खरखौदा के गांव छिन्नौली के किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ किसानों की अगुवाई कर रहे हैं।

जिले के किसान नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। किसान नेताओं के फोन बंद हैं। पुलिस के साथ खुफिया तंत्र के जरिये उनकी मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।

कुंडली बॉर्डर पर सात लेयर की सुरक्षा

सोनीपत जिला उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार व पुलिस कमिश्नर बी. सतीश बालन अंबाला व जींद के बॉर्डरों पर किसानों के प्रदर्शन पर पैनी नजर रखे हुए हैं। अंबाला के बाद करनाल में पुलिस ने मजबूत मोर्चा लगाया है।

शंभू बॉर्डर और करनाल के मोर्चे टूटे तो किसानों को कुंडली में रोकने की रणनीति बनाते हुए उसी के अनुसार सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। कुंडली बॉर्डर पर सात लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बॉर्डर सील कर रोजाना व्यवस्था को कड़ी दिया जाता है।

डीसी डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि हमारी तैयारी पूरी है। हम किसानों को नुकसान न पहुंचाते हुए मजबूती से कुंडली में रोकेंगे। पुलिस के साथ प्रशासन के अधिकारी तालमेल करते हुए रोजाना हर घंटे बॉर्डर का दौरा कर व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं।

किसान नेताओं के फोन बंद, पुलिस ने नजरबंद किए

दो दिन से स्थानीय किसान नेताओं के फोन बंद हैं।