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Faridabad Fire: ग्रेफ के एक फ्लैट में लगी आग, पुलिस ने फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला; लोगों ने कहा- शुक्रिया

Faridabad Fire

Faridabad Fire: ग्रेटर फरीदाबाद में लगी आग

ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-85, सी ब्लॉक की चार मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर आग लग गई। उस समय एक महिला ही मौजूद थी, जो आग लगते ही नीचे आ गई। दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल के फ्लैटों में बुजुर्ग, दो महिलाएं, एक बच्चा और एक पालतू कुत्ता थे।

पुलिस ने निभाई बहादुरी

सूचना मिलने पर खेड़ी पुल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को सकुशल बाहर निकाला। बाद में दमकल विभाग की गाड़ी आई और आग पर काबू पाया। आग की वजह से फ्लैट के अंदर काफी नुकसान हुआ है। आग किस वजह से लगी, इस बारे में अब तक कुछ पता नहीं चल सका है।

थाना प्रभारी ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

खेड़ी पुल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जय नारायण सोमवार दोपहर को बादशाहपुर के पास गश्त पर थे, तभी उन्हें सेक्टर-85 सी ब्लॉक में आग लगने की सूचना मिली। संजीव कुमार और उनके परिवार वाले इस इमारत में रहते हैं। प्रभारी जय नारायण तुरंत मौके पर पहुंचे और इमारत में घुस गए। उस समय दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल के फ्लैटों में लोग फंसे हुए थे।

सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया

आग की वजह से सीढ़ियों पर काफी धुंआ भर गया था, जिससे नीचे उतरना मुश्किल हो गया था। थाना प्रभारी ने सभी को दिलासा दी कि वे सुरक्षित बाहर निकल जाएंगे। पालतू कुत्ते को रस्सी के सहारे नीचे उतारा गया और बाकी लोगों को चेहरा ढकवाकर सीढ़ियों से धीरे-धीरे नीचे लाया गया। सभी लोगों ने राहत की गहरी सांस ली।

दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया

बाद में दमकल विभाग की गाड़ी ने आकर आग पर काबू पाया। थाना प्रभारी ने बताया कि स्थानीय निवासी मदद के लिए आगे नहीं आए। अगर पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। शुक्र है कि सभी लोग सुरक्षित हैं।

लोगों ने किया पुलिस का धन्यवाद

इस हादसे में सभी लोगों को सकुशल बाहर निकालने वाले थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों का फंसे हुए लोगों ने धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद फ्लैटों में धुंआ भर गया था और ऐसा लगा कि आग उनके फ्लैटों तक पहुंच जाएगी। घबराहट में वे सीढ़ियों की तरफ गए तो धुंआ ही धुंआ था। नीचे उतरने की हिम्मत नहीं हो रही थी। थाना प्रभारी के आने से हिम्मत मिली और सभी लोग सुरक्षित नीचे उतर सके। सभी पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह नहीं की और फंसे हुए लोगों की मदद की।

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