प्रसिद्ध गजल गायक पंकज उधास का लंबी बीमारी के बाद 72 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उधास का जन्म 17 मई 1951 को गुजरात के जेतपुर में हुआ था। उन्होंने अपने करियर में कई यादगार गजलें गाईं, जिनमें “चिट्ठी आई है”, “ये दिल और उनकी निगाहों के सितारे”, “कौन आया मेरे मन के द्वारे” और “बेकरारियां” शामिल हैं।
जमींदार परिवार में हुआ जन्म:
उधास का जन्म एक जमींदार परिवार में हुआ था। उनके दादा भावनगर राज्य के दीवान भी थे। उनके पिता केशुभाई उधास सरकारी कर्मचारी थे और उन्हें इसराज बजाने का शौक था। उनकी मां जीतूबेन उधास को गानों का बहुत शौक था। यही वजह थी पंकज उधास समेत उनके दोनों भाइयों का रुझान संगीत की तरफ हमेशा से रहा।
संगीत की शिक्षा:
उधास ने राजकोट में संगीत एकेडमी से संगीत की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपने भाइयों के साथ कई बड़े स्टेज शो पर परफॉर्मेंस भी किया।
फिल्मी करियर:
उधास ने फिल्म “कामना” में एक गाने को आवाज दी थी, लेकिन यह फिल्म फ्लॉप हो गई। उन्हें फिल्म “नाम” में “चिट्ठी आई है” गजल गाने का मौका मिला, जो उनके करियर का सबसे बड़ा हिट गीत बन गया।
पुरस्कार और सम्मान:
उधास को 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
निधन:
उधास लंबे समय से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था। 26 फरवरी 2024 को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से संगीत जगत में शोक की लहर है।