पंजाब के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। यह कथित घोटाला उनके वन मंत्री के कार्यकाल के दौरान सामने आया था।
ईडी ने साधु सिंह धर्मसोत को जालंधर में स्थित अपनी कार्यालय से गिरफ्तार किया। धर्मसोत को ईडी ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के दौरान धर्मसोत ने कई अहम जानकारियां दीं, जिनके आधार पर ईडी ने उन्हें गिरफ्तार करने का फैसला किया।
ईडी की जांच में पता चला है कि धर्मसोत ने वन मंत्री के कार्यकाल के दौरान पेड़ों की कटाई में धांधली की थी। इस धांधली से उन्हें करोड़ों रुपये का मुनाफा हुआ था। धर्मसोत ने इस मुनाफे को विदेशों में निवेश किया था।
ईडी इस मामले में धर्मसोत के करीबियों से भी पूछताछ कर रही है। ईडी को उम्मीद है कि धर्मसोत की गिरफ्तारी से इस मामले में और भी अहम जानकारियां सामने आएंगी।
धर्मसोत के खिलाफ विजिलेंस विभाग पहले ही जांच कर रहा था। विजिलेंस विभाग ने धर्मसोत के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया है।
धर्मसोत के गिरफ्तारी के बाद पंजाब की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्षी दल धर्मसोत की गिरफ्तारी को पंजाब सरकार की बड़ी जीत बता रहे हैं।
धर्मसोत ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा है।