28 अक्टूबर, 2023 को साल का आखिरी चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए इसके नियमों का पालन करना भी जरूरी है।
चंद्रग्रहण के दौरान क्या करें
- ग्रहण के दौरान संयम रखकर जप, ध्यान, पूजा-पाठ, धार्मिक कर्मकांड आदि करना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक और आध्यात्मिक लाभ मिलता है।
- ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए और हो सके तो पानी भी न पीएं। हालांकि, बीमार बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए इस नियम में थोड़ी सी छूट होती है। ये सभी लोग अपनी क्षमता के अनुसार अन्न जल ग्रहण कर सकते हैं।
- ग्रहण के दौरान जो भोजन आपके घर में पका हुआ और तैयार रखा हो उसका प्रयोग नहीं करना चाहिए। पके हुए अन्न का त्याग करके उसे गाय, कुत्ते को डालकर नया भोजन बनाना चाहिए। वहीं, दूध से बनी वस्तुओं में तुलसी डालकर रख दें। वरना, ग्रहण के बाद ये खाने योग्य नहीं रहती हैं।
- ग्रहण पूरा होने पर चंद्रमा के दर्शन करने के बाद भोजन करना चाहिए। ग्रहण के दौरान पहने गए वस्त्र ग्रहण के बाद स्नान के उपरांत नहीं पहनने चाहिए। दूसरे साफ वस्त्र धारण करने चाहिए।
चंद्रग्रहण के दौरान क्या न करें
- ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान किसी भी तरह की धारदार वस्तुएं जैसे चाकू, सुई, तलवार आदि का इस्तेमाल या फिर पास में नहीं रखना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा अधिक पैदा होती है।
- ग्रहण के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य जैसे शादी, मुंडन, गृह प्रवेश आदि नहीं करना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान किसी भी तरह की नकारात्मक भावनाओं जैसे क्रोध, घृणा, ईर्ष्या आदि को मन में नहीं लाना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान किसी भी तरह के नकारात्मक कार्यों से बचना चाहिए।
ग्रहण के बाद ध्यान रखने योग्य बातें
- ग्रहण के बाद स्नान करके शुद्ध होना चाहिए।
- ग्रहण के बाद नए कपड़े पहनना चाहिए।
- ग्रहण के बाद चंद्रमा के दर्शन करने चाहिए।
- ग्रहण के बाद किसी भी तरह के शुभ कार्य शुरू करना चाहिए।
ग्रहण के बाद दान करना चाहिए
- चंद्रग्रहण के बाद सफेद अनाज, चीनी और दूध से बनी वस्तुओं का दान जरूर करें। ऐसा करने से आपको अशुभ प्रभाव का सामना नहीं करना पड़ता और आपकी कुंडली से चंद्र दोष के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
ग्रहण के दौरान पति-पत्नी को धैर्य से काम लेते हुए ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन करना चाहिए।
ग्रहण के समय कोई भी शुभ और नया कार्य आरंभ नहीं करना चाहिए।
ग्रहण के वक्त सोने की बजाए व्यक्ति को धार्मिक महत्व वाली किताबों का अध्ययन करना चाहिए।
अतिरिक्त जानकारी
- चंद्रग्रहण के दौरान सूतक काल का भी पालन किया जाता है। सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू होता है और ग्रहण के समाप्त होने के बाद समाप्त होता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है।
- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए और ग्रहण के बाद नहाने से पहले थोड़ा सा दूध पीना चाहिए।
- ग्रहण के बाद चंद्रमा को देखने से बचना चाहिए।
आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।