साइंस टीचर ने जमाई हरियाणवी इंडस्ट्री में चौधर

हरियाणवी लेखक और कलाकार बिंदर दनोदा से पढ़ें विशेष बातचीत…

सवाल : आप इस हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में कब और कैसे आए?

जवाब : दरअसल, 2012 से पहले कोई मन नहीं था, पहले कभी मंच पर नहीं गया ना स्कूल में और ना ही कॉलेज में। मेरे गांव में एक तीर्थ है जिसको पावन धाम मानते हैं। वहीं, पर मेरे चाचा जी का स्कूल है जहां मैं बीएससी साइंस टीचर था। लगभग 600 साल पुराना मंदिर है और उसी समय उसका जीर्णोद्धार होना था। मेरे अध्यापक साथियों ने बोला कि हमें इस पर एल्बम निकालनी चाहिए। जिससे लोग ज्यादा आएं और दान पुण्य करें। उस टाइम मैं हिन्दी में कविताएं लिखा करता था। मैंने उन्हें पहले सुना रखी थी, तो मेरे साथियों और गांव वालों ने बोला के गानों में और कविता में ज्यादा फर्क नहीं होता। मैंने 3 भजन लिखे और 8 भजनों की एल्बम आई थी। वो हिट हो गई और आसपास गांवों में लोगों को पसंद आई तो मुझे भी लगा कि यह तो अच्छी लाइन है और आगे इसी लाइन में काम करूंगा। साल 2 साल धीरे-धीरे काम करता रहा और फिर मैं फुल टाइम इसमें काम करने लग गया।

 

सवाल : उस टाइम सिर्फ गाने लिखते थे या फिर सिंगिंग और एक्टिंग भी करते थे।

जवाब : उस समय मैं सिर्फ़ लिखता था, लेखक के तौर पर इंडस्ट्री में मेरी एंट्री हुई थी। उसके बाद मेरा एक गाना बहुत हिट हो गया था जिसमें सपना चौधरी थी-  “आज्या मैं तुझे लाड लडाऊं”। वह मेरा और सपना जी का पहला हिट गाना था।  उससे पहले सपना जी सिर्फ डांस करती थी दूसरों के गानों में। पहली बार मेरे गाने में महिला आर्टिस्ट के तौर पर काम किया था। वहां से मैंने सही से लिखना शुरू किया था। राममेहर महला समेत कई बड़े कलाकारों ने कहा कि तेरा चेहरा दिखने में अच्छा है इसलिए अपने गानों में मॉडलिंग भी किया कर, जिससे तेरा आगे कमाने का जरिया बढ़ेगा। उससे पहले तो घर से ही पैसे लग रहे थे। उसके बाद मैंने मॉडलिंग शुरू कर दी अपने गानों में मॉडल बनने लगा। फिर मैंने गाना शुरू कर दिया और गाने के बाद स्टेज शो मिलने लग गए। विदेश के टूर आने लग गए मेरे पास।

YUVA HARYANA MAGAZINE पढ़ने के लिए क्लिक करें

Yuva Haryana Magazine January 2024

सवाल : गाने लिखते-लिखते हरियाणा के बड़े एक्टर कैसे बन गए।

जवाब :  मैंने रॉयल ब्लड गाना किया। हरियाणा का सबसे पहला हिस्टोरिकल गाना जिसमें मैंने चौधरी छोटू राम साहब का रोल किया था। वह लोगों को बहुत पसंद आया। उस समय स्टेज ऐप हरियाणा में आई थी। उसके बाद मैंने मन बनाया फिल्म करूंगा। जिससे हमारी म्यूजिक इंडस्ट्री फिल्म इंडस्ट्री की तरफ चली जाए। फिर मैंने स्टेज ऐप के साथ मिलकर काम शुरू किया और मैंने वेब सीरीज ‘चौधर’ की जो बहुत अच्छी गई। स्टेज ऐप वालों ने बोला कि इसका पार्ट- 2 निकालो, वह बनाया तो वह भी अच्छा रहा। फिर उन्होंने बोला की कोई अच्छा प्रोजेक्ट दो जिसमे हरियाणा से जुड़ा कुछ हो। मैंने सेफ हाउस सीरीज की तो उस वेबसीरीज ने बहुत बड़ी डेवलपमेंट दे दी इंडस्ट्री में।

 

सवाल : आपका आने वाला बड़ा प्रोजेक्ट कौनसा है।

जवाब : अब एक फिल्म आ रही है “यमनापुत्र अंगद” जिसमें मैं लीड एक्टर हूं। यह हरियाणा की सबसे बड़ी फिल्म होगी जिसमें बॉलीवुड में विलेन साहवाज ख़ान जी भी हैं। जिसके एक्शन डायरेक्टर अरुण यादव जी है जिन्होंने केजीएफ़, सालार, एनिमल जैसी बड़ी मूवी दी हैं।

 

सवाल : जब सबसे पहला कमर्शियल गाना लिखा उसके कितने पैसे मिले थे ?

जवाब : उसका मुझे एक रुपया नहीं मिला था। हालांकि, करोड़ों रुपये का बिज़नेस उस गाने ने किया पर उसने मुझे कुछ नहीं मिला। उसमें इंवेस्टमेंट कंपनी की थी और कमाई भी उन्हीं की, लेकिन वहां से मुझे नाम मिला। जब ये गाना चल गया तो गाना लिखना शुरू कर दिया। कंपनी वालों ने पहले 10000 रुपये रेट रखा था, फिर लिखते गए और पैसे आते गए।

मैं कमाई हुई मेरी जब मैंने स्टेज शो करने शुरू किये फिर मुझे प्रोजेक्ट देने शुरू किए की आप ही गाओ आप ही लिखो आप ही मॉडलिंग करो।

सवाल : आपने शादी इस लाइन में आने से पहले की थी या बाद में ?

जवाब : जब भक्ति एल्बम की थी तब रिश्ता हो रखा था। बाद में शादी हुई। जब रिश्तेदारों को पता चला कि मैं कलाकार हूं तो घर वालों और रिश्तेदारों ने 5 साल विरोध किया था। उसके बाद जब “आज्या मैं तेरे लाड लडाऊं” हिट हुआ तो फिर जा कर सब ठीक हुआ।

 

सवाल : आप हरियाणवी इंडस्ट्री को कैसे देखते हैं जिस तरीके से बदली है पिछले कुछ समय में ?

जवाब : शुरुआत के समय हर एक व्यक्ति अपने घर से इन्वेस्ट करता था और स्कोप बहुत कम होता था। लोग भी बोला करते थे कि गाने बजाने वाला है, गवईया है। आज के समय में अब लोग भी इज्जत करते हैं कि भाई कलाकार है। जन्मदिन पर बुलाते है, पॉलिटिशियन बुलाते है और जब से विदेशों में शो करने लग गए तब से शहर की पब्लिक भी सुनने लग गई। पब्लिक की सोच भी बदली है, इससे इंडस्ट्री और पब्लिक दोनों का लेवल बढ़ा है।

 

सवाल : इस समय और कोई दिक्कत भी आ रही है इंडस्ट्री में ?

जवाब : जो मेन दिक्कत है इंडस्ट्री में वो स्टेज की है। हमारी हरियाणवी फिल्मों को न कोई बड़ी स्क्रीन मिलती और न ही कोई कोई चैनल है। जब हरियाणवी ही हमारी फ़िल्म नहीं देखेगा तो और कोई कैसे देखेगा। हरियाणवी एक ऐसी भाषा है जिसे लगभग सभी हिन्दी बोलने वाले लोग समझ सकते है और पाकिस्तान में भी कम से कम 3 से 4 करोड़ हरियाणवी हैं जो कहते हैं हमारी फिल्में क्यों नहीं बन रही। मेरे हिसाब से हरियाणा को एक स्क्रीन तो मिलनी चाहिए। इससे इंडस्ट्री काफी आगे बढ़ेगी।

 

सवाल : यूट्यूब या सोशल मीडिया के आने से क्या योगदान मिला इंडस्ट्री को ?

जवाब : यूट्यूब के आने से एरिया सीमित नहीं रहा। पहले कैसेट आती थी तो कम एरिया में ही लोग सुन पाते थे। यूट्यूब आने से मुंबई और ख़ास तौर पर पाकिस्तान में हरियाणवी गाने बहुत सर्च किए जा रहे हैं।

हरियाणवी कलाकार बिंदर दनौदा प्रोफाइल