यमुनानगर में कड़ाके की ठंड में भी अतिथि अध्यापकों का अनाजमंडी में पड़ाव चौथे दिन भी जारी रहा। इस दौरान अध्यापकों ने शहर में रोष मार्च निकाला और जगाधरी बस स्टैंड आंबेडकर चौक पर अपनी डिग्रियों की प्रतिलिपियां जलाईं। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं प्रदर्शन के दौरान चौक पर जाम की स्थिति बन गई।

पुलिस ने यातायात डायवर्ट कर सेक्टर 18 की तरफ से चालकों को निकाला। उधर, लाठीचार्ज में घायल प्रदेश प्रधान राजेंद्र शर्मा शास्त्री को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उनकी हालत सही न होने पर छुट्टी देने से अध्यापक खफा हो गए। उन्होंने सरकार व स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। छुट्टी मिलने के बाद प्रधान शास्त्री अनाजमंडी स्थित धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शन का नेतृत्व मैना यादव ने किया।

राजेंद्र शास्त्री ने कहा कि सरकार अध्यापकों पर अत्याचार कर उनकी आवाज दबाना चाहती है, लेकिन उनके हौसले बुलंद हैं। प्रदर्शन में महिला अध्यापक छोटे बच्चों को लेकर पहुंचीं।

10 जनवरी को अनाजमंडी में होगी रैली

प्रदेश प्रधान राजेंद्र शास्त्री ने कहा कि इसके विरोध में 10 जनवरी को जगाधरी अनाजमंडी में प्रदेशस्तरीय रैली की जाएगी। जिसमें प्रदेश के सभी अतिथि अध्यापक पहुंचेंगे। राजेंद्र ने कहा कि अतिथि अध्यापकों की केवल नियमित करने की मांग है। जिसके लिए सरकार पूर्व में सहमति दे चुकी है। परंतु अब इसे लागू नहीं कर रही है। अतिथि अध्यापक एक तिहाई वेतन पर गृह जिलों से दूर सेवाएं दे रहे हैं। उनके गृह वापसी का रास्ता सरकार नहीं बना रही है।

आर्थिक तंगी के कारण अध्यापकों के परिवार की हालत खराब हो रही है। इसके अलावा सुनील शर्मा फतेहाबाद, नरेश नैन सहित करीब 15 महिला अध्यापक लाठी चार्ज में बुरी तरह चोटिल हुईं हैं। मेडिकल में उनकी चोटों की पुष्टि है, लेकिन पुलिस मामला दबाने में लगी है। इस दौरान मैना यादव, प्रदीप बतान, दिनेश गौतम, संत कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों ने अध्यापकों को संबोधित किया।